Book Title: Shwetambar Jain Tirth Darshan Part 02 Author(s): Jinendrasuri Publisher: Harshpushpamrut Jain Granthmala View full book textPage 2
________________ Imansama श्री हर्षपुष्पामृत जैन ग्रन्थमाला ग्रन्थांक ३७० श्री महावीर जिनेन्द्राय नमः श्री मणिबुद्ध्याणंद-हर्षकर्पूरामृत- सूरिगुरुभ्यो नमः श्वेताम्बर जैन तीर्थ दर्शन भाग ૨ - 12-2237 लाज बिहार, बंगाल, आसाम, उत्तरप्रदेश, काश्मीर, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, आंध्र, तमिलनाडु, केरला, कर्नाटक के तीर्थों तथा अमेरिका के मंदिरों की प्रतिमाजी की प्रतिकृतियाँ तथा इतिहास, नक्शे से सुशोभित उपरांत तीर्थ पट्ट, रचनाएं, रंगोलीयों के फोटो से युक्त * संयोजक तथा संपादक तपोमूर्ति पूज्य आचार्यदेव श्री विजयकर्पूरसूरीश्वरजी महाराज के पट्टधर हालारदेशोद्धारक श्रेष्ठ कवीश्वर पूज्य आचार्य देव श्री विजय अमृतसूरीश्वरजी महाराज के पट्टधर प्राचीन साहित्योध्धारक पूज्य आचार्यदेव श्री विजयजिनेन्द्रसूरीश्वरजी महाराज * प्रकाशिका * श्री हर्षपुष्पामृत जैन ग्रन्थमाला लाखाबावल - शांतिपुरी (सौराष्ट्र) मूल्य रु.८००=००Page Navigation
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