Book Title: Shrutsagar Ank 1998 04 006
Author(s): Kanubhai Shah, Balaji Ganorkar
Publisher: Shree Mahavir Jain Aradhana Kendra Koba

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Page 15
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir श्रुत सागर, चैत्र २०५४ १५ - श्री महावीर जैन आराधना केन्द्र - संस्था अपने सभी सहयोगियों, दाताओं, शुभेच्छुकों एवं यात्रिओं की आभारी है. दाताओं के उदार सहयोग से इस जैन तीर्थ ने सफलता के कीर्तिमान स्थापित किये हैं. यहाँ पर विकास की अभी कई योजनाएं एवं कार्यक्रम आपके सहयोग की अपेक्षा रखते हैं. आप अपना बहुमूल्य सहयोग निम्न योजनाओं हेतु प्रदान कर सकते हैं : आचार्य श्रीकैलाससागरसूरि ज्ञान मंदिर में विविध स्थानों पर तक्ति में नाम हेतुः . १. आचार्य हरिभद्रसूरि कक्ष ९. आचार्य स्कंदिल कक्ष २. याकिनी महत्तरा कक्ष १०. श्रेष्ठी धरणाशाह खण्ड ३. पेथडशा मन्त्री खण्ड ११. श्राविका अनुपमा देवी कक्ष । ४. जगत् शेठ खण्ड १२. श्रावक ऋषभदास कक्ष ५. ठक्कर फेरु खण्ड १३. आचार्य जिनभद्रसूरि भंडार वीथि ६. विमल मन्त्री खण्ड १४. स्वागत कक्ष ७. वाचक नागार्जुन कक्ष १५. सम्राट् सम्प्रति संग्रहालय प्रयोगशाला ८. महाकवि धनपाल खण्ड ज्ञान मंदिर की विविध प्रवृत्तियों हेतु : १६. श्रुतरक्षक १७. श्रुत प्रसार सहयोगी १८. श्रुत भक्त १९ः हस्तप्रत मंजूषा सहयोगी. २०. श्रुत संवर्धन योजना २१. ग्रन्थ प्रकाशन उपर्युक्त योजनाओं हेतु आप अपने अधिकार क्षेत्र के ज्ञान द्रव्य अथवा व्यक्तिगत कोष में से यथा योग्य सहयोग देकर सुकृतानुभागी बनें. संस्था को दिया अनुदान आयकर अधिनियम की धारा ८० जी. के तहत आयकर से मुक्त है. विशेष जानकारी हेतु सम्पर्क सूत्रः श्री महावीर जैन आराधना केन्द्र कोबा, गांधीनगर ३८२००९ (गुजरात) फोनः (०२७१२) ७६२०४, ७६२०५, ७६२५२ फेक्सः ९१-२७१२-७६२४९. For Private and Personal Use Only

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