________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
श्रुतसागर
34
दिसम्बर-२०१८
समाचार सार
प.पू. राष्ट्रसंत आचार्य भ. श्री पद्मसागरसूरीश्वरजी म.सा. का
चातुर्मास परिवर्तन श्री बावन जिनालय जैनसंघ, भायंदर में चातुर्मासार्थ विराजमान राष्ट्रसन्त पूज्य आचार्य भगवन्त श्री पद्मसागरसूरीश्वरजी म. सा. आदिठाणा का चातुर्मास परिवर्तन दि. २३-११-२०१८ शुक्रवार के दिन हुआ, जिसका सम्पूर्ण लाभ परम गुरुभक्त मातुश्री कान्ताबेन रसिकलाल शाह परिवार (बीजापुरवाले) को मिला।
प्रातःकाल ७.०० बजे बावन जिनालय जैनसंघ से भव्य शोभायात्रा निकली। मार्ग पर जगह-जगह बनी रंगोली, मार्ग के दोनों ओर मंगलकलशधारी बहनें तथा शासनध्वज लहराजे हुए बालक शोभायात्रा के मुख्य आकर्षण थे।
शोभायात्रा के दौरान लाभार्थी परिवार के द्वारा सोने तथा चांदी के सिक्कों का लक्की ड्रॉ रखा गया था। सम्पूर्ण मार्ग को आसोपालव तथा उच्चकोटि के सुगन्धित पुष्पों के द्वारा सजाया गया था। इस चातुर्मास परिवर्तन में भी चातुर्मास प्रवेश जैसा भव्य माहौल का निर्माण हुआ था।
___ लाभार्थी परिवार के द्वारा पूज्यश्री का चांदी के अक्षत से वधामना किया गया। उसके बाद लाभार्थी परिवार ने पूज्यश्री तथा श्रमण-श्रमणीवृंद का गुरुपूजन कर कामली वहोराया । पूज्यश्री ने सभीको वासक्षेप देकर अन्तर्मन से आशीर्वाद प्रदान किया।
प.पू. राष्ट्रसंत आ. श्रीपद्मसागरसूरीश्वरजी म.सा. का ६४वाँ दीक्षावर्ष प्रवेश
राष्ट्रसंत प.पू. आचार्य श्री पद्मसागरसूरीश्वरजी म.सा. के ६४वें दीक्षावर्ष में प्रवेश प्रसंग को भायंदर मुंबई राजस्थान हॉल में बड़े ही धूमधाम से मनाया गया. इसका लाभ संघपुर निवासी मातुश्री विमलाबेन महासुखलाल शाह परिवार द्वारा लिया गया. प्रस्तुत प्रसंग पर इस परिवार की ओर से ६४ जीवों को अभयदान देने का संकल्प लिया गया. कोबा तीर्थ में प.पू. आचार्यश्री अमृतसागरसूरि म. सा. की दीक्षा के ५० वर्ष पर
‘पद्मसुवर्ण अमृतोत्सव' श्रीमहावीर जैन आराधना केन्द्र, कोबा के प्रांगण में राष्ट्रसंत प. पू. आचार्य श्रीपद्मसागरसूरीश्वरजी म.सा. के द्वितीय क्रम के शिष्यरत्न जापमग्न आचार्य श्रीअमृतसागरसूरीश्वरजी म.सा. की दीक्षा के ५० वर्ष पूर्ण होने पर दिनांक २९/११/२०१८ से दिनांक ०७/१२/२०१८ तक नवाह्निका ‘पद्मसुवर्ण अमृतोत्सव' का आयोजन किया गया। इस अवसर पर महावीरालय में श्रीगौतमस्वामी पूजन, कुंभ स्थापना, पंचकल्याणक पूजा, श्रीऋषिमंडल महापूजन, श्रीसिद्धचक्र महापूजन, पाटला पूजन, ९९ प्रकारी पूजा, श्रीशांतिस्नात्र महापूजन, अष्टापद महापूजा तथा सत्तरभेदी पूजा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर परिसर को सुन्दर रूप से सजाया गया ।
For Private and Personal Use Only