Book Title: Shrungarmanjari
Author(s): Kanubhai V Sheth
Publisher: L D Indology Ahmedabad
View full book text
________________
शृंगार मंजरी
- २१३
घ. राग भूपाली देशाख १९७८ अ द्रूपद; ख. दूपद ग. का० दूद घ. दू० १९७९. ग. गति अति कांकेरी १९८० अ.ख. दोस काठउ; ग. दोस कांढो घ. मोहरु ख. ताढउ; ग. ग. ताडो; घ. यदु १९८२. ग. त्रुधि न पांसी अ. राग धन्यासी; ख. ढाल ३७, राग धन्यासी ग. ढाल ३७, राग धन्यासी भलें रे पचार्या तु साधु जी रे ओ देशी घ राग धन्यासी १९८३. अ. ख ग. दुपद घ. दू. १९८८. ग. प्रवहण पाटिओ रे १९८९. ग. शुभ संयोगि पाटीओ ग. सस्तो अ. थयुं अ.ख.ग.घ. दूहा १९९०. ख वीजलडीनू ख.ग. विसराल ते १९९१. ख पतंगनु ख. छ.ग. छड़ अ. मइ मांडी: खग. भिं मांडो १९९२. अ. ख. यश खोलि शर मूकीइ: ग. यश खोलइ सर मुकीइ १९९३. आ कडी प्रत 'अ'मां नथी ग. जओ तुहमे १९९४. ग. न होई आकडी १९९६ अ सोवन वन १९९७. ग. ओच्छा सार्थ १९९८. ख. ग. घ. सायन घ. धरती तलि १९९९. ग. भमरो बइठें भोलपणई ग. सुरंगी २००० नांध ग्रंथ ठनी कडी २००० थी २००९ प्रत 'घ'मां उलट क्र. मे भळे छे. अत्रे ग्रंथपाठना क्रमे पाठान्तरो नांच्या छे. १ ग. तणइ भोलावडई २००२. आ कडी प्रत 'अ'मां नथी २००३. आकडी अने आ पछीनी कडी प्रा 'अ' अने 'ख'मां उलट मे छे. २००५. आकडी प्रा 'अ'मां नथी. ग. सजनीओ ग. क्युं २००६. प्रत 'अ'मां आ कडी नथी ख. ग. कां कये; घ. कां करिउ ग. है इइ २००७. प्रत 'अ'मां आवडी नथी. घ. साचू करिंउ २००८. अ. ताहरिं ग. आग्यो रोस २००९ प्रत 'अ'मां आ कडी नथी. ख.ग. मेहणिता ख.ग. जेह स्युं रंगण्याससइ घ. राप्पा-सई २०१०. ग. वरि शत वरिस विलंबीइ २०१३. (प्रत' क'मां 'चित्ति चालीइ' छे, अत्रे 'चिति न चालीइ ' पाठ प्रत 'ख' मांथी लोधो हे.) २०१४. अ. राग धन्यासी; ख. राग ३८, राग धन्यासी, पहिलं भास मोह करइ रे, से देशी; ग. राग ३८, राग धन्यासी, पहिलं माणस मोह करइ रे, ओ देशी; घ. राग धन्यासी २०१५. अ.ख.ग. टक २०१७. ग. नरकइ जावा निं २०१९. ख.ग. कूटक घ. नू ग. प्राणी उल्लसई ग. हसइ २०२१. ग. कुश अग्र जल - बिंदु २०२२. ग. मायनि २०२३. ख. aटक ग. त्रू ग. स्वांगी अ.ख.ग. सुहृद ख. हैंडघा नांणइ ग. करइ पातिक-वृंद
१. प्रत 'घ'मां ग्रंथपाठनी कडी २००० थी२००९ नीचे प्रमाणे मळे छे.
Jain Education International
ग्रंथपाठ - कडी क्रमांक
२०००
२००१
२००२
२००३
२००४
२००५
२००६
२००७
२००८
२००९.
प्रत 'घ 'कडी क्रमांक
१९७९
१९८०
१९८३
१९८४
१९८२
१९८८
For Personal & Private Use Only
१९८५
१९८६
१९८७
१९८१
www.jainelibrary.org

Page Navigation
1 ... 286 287 288 289 290 291 292 293 294 295 296 297 298 299 300 301 302 303 304 305 306 307 308