Book Title: Shrimad Rajchandra
Author(s): Hansraj Jain
Publisher: Shrimad Rajchandra Ashram

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Page 1064
________________ परिशिष्ट ६-विषयसूची ९३१ सुपच्चक्खान ७०२ सूक्ष्म एकेंद्रिय जीव, अग्निसे नहीं जलते ४२० सोपक्रम ७८३ स्कघ १६६, ६०० स्त्री, प्रशसनीय ८, ०सम्बन्धी विचार १९७-८, २००; ०से अनुरोध २३७ स्थविरकल्प ७९५ स्थावर ५९३ स्थितप्रज्ञदशा ४४१ स्थितिदशा ६१४ स्वउपयोग ६९६ स्वच्छद २६३, ३११, ५४२, ७०८ स्वभावस्थिति ७३३ स्वभावजागृतदशा ६१३ स्वधर्म ५१३ स्वयबुद्ध ५३९ स्वरूपस्थिति ५४०-१ स्वाध्यायकाल ४७४ हरि २४७, ०के प्रति विरहाग्निका फल २८७, ०इच्छा सुखदायक २८७, २९०, २९५, ३११; ०सर्व हरि २९४ ती अकार :, कमांक -1.3.9.78..) परपुर

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