Book Title: Shrimad Devchandra Part 2
Author(s): Buddhisagar
Publisher: Adhyatma Gyan Prasarak Mandal

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Page 10
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org विषय १ अध्यात्म गीता. २ द्रव्य प्रकाश. ( १७ ) श्रीमद् देवचंद्र भाग २. विभाग बीजो. अनुक्रमणिका. १ प्रथम चार अजीवद्वार. २ बीजुं पुद्गलद्वार. ३ त्रीजं जीवद्वार. Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ३ वर्तमान चोवीशी बाळावबोध. १ श्री रुषभजिन स्तवन जेमां प्रीतिनी रीत बतावी छे. २ श्री अजितनाथ स्तवन जेमां कारण कार्य भावनी साधनता बतावी छे. . ३ श्री संभवजिन स्तवन जेमां मोक्षनुं कारण क्यारे ने केवी रीते नीपजे ते दर्शाव्युं छे. ४ श्री अभिनंदनजिन स्तवन जेमां छ द्रव्य निश्चयनययी कोइ कोइथी मळतां नयी ते बतावेल छे. ५ श्री सुमतिजिन स्तवनमा सामान्य विशेष धर्मनं तथा सप्तभंगीनं स्वरूप वर्णव्युं छे. For Private And Personal Use Only पृष्ट ४३९-४७७ ४८१-५४५ ४८१ ४९७ ५०४ ५४७ ५५४ ५६६ ५७५ ५८३ ५४७

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