Book Title: Shildutam
Author(s): Charitrasundargani, Tattvaprabhvijay
Publisher: Jinprabhsuri Jain Granthmala

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Page 1
________________ नमामि नित्यं गुरु रामचन्द्रम् / नमो नमः गुरु जिनप्रभसूरये बृंहद्तपागच्छीय विद्वान पूज्य वाचक श्री चारित्रसुंदरगणिवर विरचितं शीलदूतम् सम्पादकः प.पू. आचार्यदेव श्रीमद् विजयजिनप्रभसूरिशिष्यरत्न पू. मुनिराजश्री तत्वप्रभविजय गणिवर

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