Book Title: Shankar Kavi Pranit Vijvalliras
Author(s): Shilchandrasuri
Publisher: ZZ_Anusandhan
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June-2003
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दूहा
व्यकट सरसंधी
विकट स्वरसन्धि(?)
विगय
विगई-विकृति, (जैनोमां विगई तरीके ओळखाती दूध, दही, घी वगेरे छ वस्तु)
ढाल
बुजरक उलीआ
बुझर्ग-वृद्ध के परिपक्व वयवाळा ओलिया
ढाल
शीगडी (?)
सीगलीउ साऊषे लुहा जार गोझ
जाळ गोस्त-मांस
जघाचारण
एक प्रकारनी चालवानी लब्धि धरावनार मुनि, जे घणुं अने झडपथी चाले तो पण थाक न अनुभवे.
ढाल
गिहुँ परि फारा
घउंना फाडा (लापशी)
ढूंबा जेउर जाजीआ
जजियावेरो
ढाल
अष्टविधान
अष्टअवधान
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