Book Title: Shaddarshan Samucchaya Part 02
Author(s): Sanyamkirtivijay
Publisher: Sanmarg Prakashak
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षड्. समु. भाग-२, परिशिष्ट-९, संकेतविवरणम्
७१९/१३४१
विसुद्धि० वेदांतप० वेदांतसा०
वे.सि.मु. वैशे० सू०
वे.पा.भा. वैशे० उप० व्या० प्र० व्युत्पत्ति शुद्धाद्वैत मा. शाबरभा० शास्त्रदी० शास्त्रवा० श्री भा. श्रीकण्ठ भा. वृ.प्र. श्वेता० षड्. समु. षड्० बृह. षट्प्रा० टी० सप्तभंगीत सर्व.ल.स. सर्वद० सं.
: विसुद्धिमग्गो, : वेदांत परिभाषा
वेदांतसार : वेदान्त सिद्धान्त मुक्तावली
वैशेषिकसूत्रम्, वेदान्तपारिजात भाष्य वैशेषिकसूत्रस्य उपस्कारः, व्याख्याप्रज्ञप्ति,
व्युत्पत्तिवाद : शुद्धाद्वैतमार्तण्ड
शाबरभाष्यम् : शास्त्रदीपिका, : शास्रवार्तासमुच्चयः, : श्रीभाष्य : श्री कण्ठभाष्य : वृत्ति प्रभाकर : श्वेताश्वतरोपनिषद् : षड्दर्शन समुञ्चय : षड्दर्शनसमुच्चयबृहद्वृत्तिः, : षट्प्राभृतटीका, : सप्तभंगितरंगिणी, : सर्वलक्षणसंग्रह : सर्वदर्शनसंग्रहः,
सर्ववेदान्तसि० सर्व.वे.सि.सा.सं. सर्वार्थसि० सन्मति० टी० संक्षेपशा० टी० सांख्यका० सांख्यप्र० भा० सांख्य० माठर० सांख्यतत्त्व कौ० सांख्यस० सांख्यसू० वि० सि.च. सि.ले.सं. सि.बि. सिद्धिवि० टी० सौन्दर० स्था०
: सर्ववेदान्तसिद्धान्तसंग्रहः : सर्व वेदान्त सिद्धांत सारसंग्रह
सर्वार्थसिद्धिः, : सन्मतितर्कटीका,
संक्षेपशारीरकटीका, सांख्यकारिका, सांख्यप्रवचन भाष्यम् सांख्यकारिका माठरवृत्ति, सांख्यतत्त्वकौमुदी, सांख्यसंग्रहः
सांख्यसूत्रविपणम्, : सिद्धान्तचन्द्रिका : सिद्धान्तलेशसंग्रह : सिद्धातबिंदु : सिद्धिविनिश्चयटीका, : सौन्दरनन्दमहाकाव्यम्, : स्थानांगसूत्रम् : सूत्रकृतांग, : स्त्रीमुक्तिप्रकरणम्, : स्याद्वादमञ्जरी, : स्याद्वादरत्नाकरः, : हेतुबिन्दुटीका, : हैमकोशः,
सूत्र०
स्त्रीमु० स्या० मं० स्या० र० हेतुबि० हैम०
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