Book Title: Sanskruti ke Do Pravah
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 265
________________ २५८ संस्कृति के दो प्रवाह अंगुत्तरनिकाय की अट्ठकथा करकण्डु चरिअ (भारतीय ज्ञानपीठ, काशी) मुनि कनकामर, सं० डा० हीरालाल जैन कल्पसूत्र (जैन पुस्तकोद्धार फण्ड, सूरत, सं० १९६७) कौटिल्य अर्थशास्त्र (बम्बई विश्वविद्यालय, कौटिल्याचार्य बम्बई, सन १६६०) खण्डहरों का वैभव (भारतीय ज्ञानपीठ, काशी, सन् १६५२) मुनि कान्तिसागर गरुड पुराण (बंगवासी प्रेस) कृष्णद्वैपायन वेदव्यास गीता (गीता प्रेस, गोरखपुर) महर्षि वेदव्यास चारित्रभक्ति पूज्यपाद छान्दोग्य उपनिषद् (गीता प्रेस, गोरखपुर, सं० २०१३) भा० आचार्य शङ्कर जाबालोपनिषद् जम्बूद्वीप प्रज्ञप्ति (देवचन्द्र लालभाई जैन पुस्तकोद्धार फण्ड, बम्बई, सं० १९७६) जम्बूद्वीप प्रज्ञप्ति टीका (देवचन्द्र लालभाई जैन पुस्तकोद्धार वृ० शान्तिचन्द्र फण्ड, बम्बई, सं० १९७६) जेन इतिहास की पूर्व पीठिका और हमारा अभ्युत्थान डा० हीरालाल जैन जैन भारती (जैन श्वेताम्बर तेरापंथी महासभा, कलकत्ता) तत्त्वसार देवसेन तत्त्वार्थ भाष्यानुसारी टीका (देवचन्द्र लालभाई जैन पुस्तकोद्धार सिद्धसेन गणी फण्ड, बम्बई, सन् १९२६) तत्त्वार्थ (राजवातिक) (भारतीय ज्ञानपीठ, काशी, अकलङ्कदेव सं० २०००) तत्त्वार्थ (श्रुतसागरीय वृत्ति), , , श्रुतसागर सूरि सं० २०००) तत्त्वार्थ सूत्र (सभाष्य तत्त्वार्थाधिगम सूत्र) उमास्वाति (सेठ मणीलाल रेवाशंकर जगजीवन जौहरी, बम्बई-२, सं० १९८६) तत्त्वानुशासन (माणिकचन्द्र दिगम्बर जैन ग्रन्थमाला समिति, रामसेन बम्बई, प्रथम सं०) ताण्ड्य महाब्राह्मण तिलोयपण्णत्ती (जैन संरक्षक संघ, शोलापुर, सं० हीरालाल जैन, सन् १६४३, १९५१) ए० एन० उपाध्ये हि० अ० बालचन्द सिद्धान्त शायक Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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