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शुद्धिपत्र।
अशुद्धि
(८२१) यशस्लिक रखता
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जिन्हे
गुणोना
शुद्धि
पंक्ति होती. .. (८८१) ... यशस्तिलक ... रखना जिन्हें गुणेना नमे ...
ग्रन्थारम्भ. दुष्वार उन ... सद्रसैः ... ९ मीक्षुसलिल ... भवे ... १४ अर्हन्त ... प्राचीन ... ५ किसीतरह ... उत्तर प्रयोगों ... २३ लौकिक
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इन
८.
...
सदृशैः ... मीभुःसलिल ... भवं अहन्त प्राचान ... किसी
.
.
.
...
...
३३
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प्रयागों लोक श्रुणु चुणामणी जगत्रयस्य पुष्पभी
चूडामणी जगत्त्रयस्य ... पुष्प
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