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सामायिक पाठ
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तक ४८ मिनट सामायिक की क्रिया करूंगा, तब तक मुझे अन्य स्थान पर जाने का और हिंसा आदि का त्याग है।
तदनन्तर, नौ बार या तीन बार दोनो हाथ जोड कर तीन आवर्त और एक शिरोनति करे । आवर्त का अर्थ-बाई ओर से दाहिनी ओर हाथो को घुमाना है । इस प्रकार तीन आवर्त और एक शिरोनति की क्रिया को प्रत्येक दिशा मे तीन-तीन बार करना चाहिए। पुन पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके पद्मासन से बैठ कर पहले प्रस्तुत सामायिक-पाठ पढ़ना चाहिए और बाद मे माला आदि से जप करना चाहिए।