Book Title: Sachoornik Aagam Suttaani 07 Uttaradhyayan Niryukti Evam Churni Aagam 43 Author(s): Anandsagarsuri, Dipratnasagar, Deepratnasagar Publisher: Param Anand Shwe Mu Pu Jain Sangh Paldi Ahmedabad View full book textPrevious | NextPage 297________________ आगम (४३) प्रत सूत्रांक [-] गाथा |--II दीप अनुक्रम [ भाग-7 “उत्तराध्ययन”- मूलसूत्र ४ (निर्युक्तिः + चूर्णि:) अध्ययनं [-] मूलं [--] / गाथा ||--||, निर्युक्ति: [--], भाष्यं [-] पूज्य आगमोद्धारकश्री संशोधिता मुनि दीपरत्नसागरेण संकलिताः आगमसूत्र [४३] मूलसूत्र-[०३] उत्तराध्ययन-निर्युक्तिः एवं जिनदासगणिरचिता चूर्णिः ॥ २८४॥ इति श्रीउत्तराध्ययनानां षट्त्रिंशतचूर्णिः * समाप्ता मुनिश्री दीपरत्नसागरेण पुनः संपादिता (आगमसूत्र ४३) “उत्तराध्ययन-चूर्णि: " परिसमाप्ता: [297] ||२८४॥Loading...Page Navigation1 ... 295 296 297 298 299 300 301 302