Book Title: Sachoornik Aagam Suttaani 06 Dashvaikaalik Niryukti Evam Churni Aagam 42
Author(s): Anandsagarsuri, Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Param Anand Shwe Mu Pu Jain Sangh Paldi Ahmedabad

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Page 6
________________ आगम (४२) भाग-6 "दशवैकालिक- मूलसूत्र-३ (नियुक्ति:+|भाष्य +चूर्णि:) अध्ययनं -1, उद्देशक [-, मूलं [-]/ गाथा: || ||, नियुक्ति: [-], भाष्या-] पूज्य आगमोद्धारकरी संशोधिता मुनि दीपरत्नसागरेण संकलिता: आगमसूत्र-[४२] मूलसूत्र-[३] दशवैकालिक नियुक्ति: एवं जिनदासगणिरचिता चूर्णि: प्रत सूत्रांक H प्रसिद्धया श्रीजिनदासगणिमहत्तररचिता श्रीदशवैकालिकचूर्णिः दीप अनुक्रम श्रुतकेवलिभगवच्छय्यं भवसूरिसूत्रितसूत्रा श्रुतकेवलिश्रीमद्भद्रबाहुस्वामिसंरब्धनियुक्तिका प्रकाशयित्री-मालवदेशान्वर्गतरत्नपुरी ( रतलाम )यश्री ऋषभदेवजी केशरीमल मीनाम्नी श्वेताम्बरसंस्था, श्रीजामनगरीयश्रीहरजी जैनशालाकार्यवाहकैर्वितीर्णेन द्रव्यसाहाय्येन । इन्दौरनगरे श्री जैनबन्धुमुद्रणालये-श्रेष्ठी जुहारमल मिश्रीलाल पालरेचा द्वारा मुद्रापयित्वा । वीर संवत् २४५९. विक्रम सं० १९८९. सर्वेऽधिकाराः पुनर्मुद्रणादौ आयत्ताः, क्राइष्ट १९३३. पण्यं ४-०-०, प्रतथ: ५०० ReceCodeios H दशवैकालिक-चूर्णे: मूल "टाइटल पेज" [6]

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