Book Title: Sachitra Bhagwan Mahavir Jivan Charitra
Author(s): Purushottam Jain, Ravindra Jain
Publisher: 26th Mahavir Janma Kalyanak Shatabdi Sanyojika Samiti

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Page 318
________________ | परिशिष्ट २ । श्रमण भगवान महावीर के ग्यारह गणधर Jain Educationa International | नाम | माता पिता | गोत्र | जन्म स्थान वसुभूति गौतम | गोबर ग्राम (मगध) ३० / १. | इन्द्रभूति | पृथ्वी २. | अग्निभूति | पृथ्वी वसुभूति गौतम | गोबर ग्राम (मगध) | पृथ्वी वसुभूति | गौतम | गोबर ग्राम (मगध) व्यक्त वारुणी धनमित्र भारद्वाज कोल्लाग सन्निवेश सुधर्मा भद्दिला | धम्मिल For Personal and Private Use Only आयु निर्वाण | निर्वाण शिष्य गृहस्थ छद्मस्थ| केवली सर्वायु | काल स्थल संख्या १ वी. नि. | वैभारगिरि ५०० म.नि. प. (राजगृह) | ७४ १४ | वैभारगिरि ५०० पू. वी. नि. पू. (राजगृह) ___७० | १४ | वैभारगिरि ५०० वी. नि. पू. वी. नि. पू. (राजगृह) ८० | १२ | वैभारगिरि ५०० वी. नि. पू. वी. नि. पू. (राजगृह) ८ | वैभारगिरि ३५० प. वी. नि. | (राजगृह) | १२ | वैभारगिरि ३५० पू. वी. नि. पू. (राजगृह) १२ | वैभारगिरि ३५० पू. वी. नि. पू. (राजगृह) | ७२ | १२ । वैभारगिरि |३०० वी. नि. पू. (राजगृह) | | ७८ । १६ | वैभारगिरि ३०० पू. वी. नि. पू. (राजगृह) । | १६ | वैभारगिरि ३०० पू. वी. नि. पू. (राजगृह) | १८ | वैभारगिरि ३०० पू. वी. नि. पू./ (राजगृह) मंडिक विजया देवी | अग्नि कोल्लाग सन्निवेश वैश्यायन मौर्य वाशिष्ठ सन्निवेश काश्यप | मौर्य सन्निवेश धनदेव मौर्य पुत्र विजया देवी मौर्य । ___पं अकम्पित नन्दा हारीत | मिथिला مو ९. अचल भ्राता जयन्ती गौतम |कोसल १०. | मेतार्य वरुणा देवी दत्ता कौंडिन्य | तुंगिय सन्निवेश (कौशाम्बी) कौंडिन्य | राजगृह ११. प्रभास अतिभद्रा बल www.jainelibrary.org नोट : वी. नि. पू. - वीर निर्वाण से पूर्व, म. नि. प. = महावीर निर्वाण के पश्चात्।

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