Book Title: Pravachansara Anushilan Part 1 Author(s): Hukamchand Bharilla Publisher: Ravindra Patni Family Charitable Trust Mumbai View full book textPage 1
________________ ५ हजार प्रवचनसार अनुशीलन भाग-१ १हजार प्रथम संस्करण हिन्दी (१ जनवरी, २००५) प्रथम संस्करण मराठी (१ जनवरी, २००५) वीतराग-विज्ञान (हिन्दी-मराठी) के सम्पादकीयों के रूप में : कुल : ८हजार ६५० १४ हजार ६५० मूल्य : ३० रुपए लेखन एवं गाथा व कलशों का पद्यानुवाद डॉ. हुकमचन्द भारिल्ल शास्त्री, न्यायतीर्थ, साहित्यरत्न, एम.ए., पीएच.डी. लैजर टाइपसैटिंग : त्रिमूर्ति कम्प्यूटर्स, ए-४, बापूनगर, जयपुर प्रकाशक रवीन्द्र पाटनी फैमिली चैरिटेबल ट्रस्ट, मुम्बई एवं पण्डित टोडरमल स्मारक ट्रस्ट ए-४, बापूनगर, जयपुर-३०२०१५ मुद्रक: जयपुर प्रिन्टर्स एम.आई.रोड. जयपुरPage Navigation
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