Book Title: Pravachansara Anushilan Part 03
Author(s): Hukamchand Bharilla
Publisher: Todarmal Granthamala Jaipur

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________________ : ५ हजार प्रवचनसार अनुशीलन प्रथम संस्करण हिन्दी (१३ अप्रैल २००८) वीतराग-विज्ञान (हिन्दी-मराठी) के सम्पादकीयों के रूप में कुल भाग-३ ८ हजार ८५० १३ हजार ८५० मूल्य : पच्चीस रुपए लेखन एवं गाथा व कलशों का पद्यानुवाद डॉ. हुकमचन्द भारिल्ल शास्त्री, न्यायतीर्थ, साहित्यरत्न, एम.ए., पीएच.डी. लैजर टाइपसैटिंग : त्रिमूर्ति कम्प्यूटर्स, ए-४, बापूनगर, जयपुर प्रकाशक पण्डित टोडरमल स्मारक ट्रस्ट ए-४, बापूनगर, जयपुर-३०२०१५ मुद्रक: प्रिन्ट 'ओ' लैण्ड बाईस गोदाम, जयपुर

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