Book Title: Pravachan Saroddhar Uttararddh
Author(s): Nemichandrasuri
Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund

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Page 16
________________ ग्रन्थ ॥ ६ ॥ Jain Education International अंकः ग्रन्थनाम मूलकर्त्ता ३५ सम्यक्त्वसप्ततिः हरिभद्रसूरिः (?) ( तवकौमुदी ) पृथक मूलं ३६ उत्तराध्ययन- जिन गणधर सूत्रे भा. २ प्रत्येकबुद्ध बगेर: टीकाकर्त्ता वादिवेतालशान्तिसूरिः मुद्रण पण्यं स्थान टीका काल रचनाकाल मूल पत्र श्लोक मूल टीका प्रति १४२२ नि.सा. प्रे. १) टी. ७११ १९१३ नि. सा. प्र. १ ।। 1) मू. २०८ - प. २१९ मुंबई. ९२० -५१२ नि. १२८- प्र. ५०० ४५७ For Private & Personal Use Only विशेषः प. २३८ अभयदेवजिनवल्लभका श्रद्धादि प्र. ५०० जिनशेखरपद्मचंद्रविनयचंद्र अभयदेवदेवभद्र प्रभानन्द-श्रीचंद्र (विमलचंद्र ) गुणशेखरशिष्यः संघ तिलकः, सोमतिलकाचार्या नुजदेवचंद्रवचनात् जिनप्रभ० दिल्यां, महम्मदशाह, सोमकलशयशः कलशी विषयः अकामकाममरणादि, *6* सूची. ॥६॥ www.jainelibrary.org

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