Book Title: Pratishthakalpa Anjanshalakavidhi
Author(s): Sakalchandra  Gani, Somchandravijay
Publisher: Nemchand Melapchand Zaveri Jain Vadi Upashray Surat

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Page 334
________________ लांछन बराह सिंचाणो यक्षतुं नाम धण्मुख पाताल किनर गरुड वज्र -: जिन माता-पिता नामादि कोष्टक :मातार्नु नाम पितानुं नाम नगरीनुं नाम श्यामा कृतवर्मा कांपिल्यपूर सुयशा सिंहसेन अयोध्या भानु रत्नपूर अचिरा विश्वसेन हस्तिनापूर गजपूर सुदर्शन नागपूर प्रभावती कुंभ मिथिला पद्मावती राजगृह यक्षिणीनु नाम विज्या अंकुशा प्रज्ञप्ति निर्वाणी अच्चुता धरणी सुनता जिन नाम विमलनाथ अनंतनाथ धर्मनाथ शांतिनाथ कुंथुनाथ अनाथ मल्लिनाथ मुनिसुन समी नभिनाथ नेमिनाथ पार्श्वनाथ महावीरस्वामी हरण अज नंदावर्त सूर गंधर्व देवी १९ कैटश वैरोट्या काचबो सुमित्र यक्षेन्द्र कुबेर वरुण . भ्रुकुटि गोमेघ २१ कमळ वप्रा विजय मिथिला २२ शंख शिवा २३ दत्ता गांधारी अंबा पद्मावती सिद्धायिका समुद्र विजय अश्वसेन सिद्धार्थ सौर्यपूर वाराणसी क्षत्रियकुंड वामा त्रिशला सिंह मातंग www.jainelibrary.org Jain Education the For Private & Personal Use Only ational

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