Book Title: Prastar Ratnavali
Author(s): Ratnachandra Swami
Publisher: Agarchand Bhairodan Sethiya Jain Granthalay

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Page 4
________________ ६ सेठिया जैनग्रन्थालयमें हस्तलिखित जैनशास्त्र और मुद्रित संस्कृत, प्राकृत, हिन्दी, गुजराती और अंग्रेजी पुस्तकों का संग्रह किया गया है जिससे सार्वजनिक लाभ होसकता है। और इसी स्थानसे दीक्षाभिलाषी सज्जन [वैरागीभाई या वैरागन बाई ] को वस्त्र, पात्र, रजोहरण आदी दिक्षाके उपकरण, और हस्तलिखित दशवैकालिक, उत्तराध्ययन, नंदी, सुखविपाक आदि सूत्र मूलपाठ विद्वानोंसे शुद्ध कराया हुआ विनामूल्य मिल सकता है, कइएक छपी हुई पुस्तकें भी तय्यार है वह दीक्षाके अवसर पर मंगवा लें। निवेदकअगरचंद भैरोदान सेठिया. बीकानेर [राजपूताना]

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