Book Title: Pramana Nirnay
Author(s): Vadirajsuri, Surajmukhi Jain
Publisher: Anekant Gyanmandir Shodh Sansthan

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Page 137
________________ -: आपका सहयोग हमें इस रूप में मिल सकता है : 1. शिरोमणि संरक्षक सदस्य --51,000रू. ___2. परम संरक्षक सदस्य - 15,000 रू. उपरोक्त राशि ध्रौव्य फण्ड में रहेगी, हर प्रकाशन में सदस्य का नाम रहेगा। समस्त प्रकाशन भेंटस्वरूप प्रदान किये जावेंगे। 3. सरंक्षक सदस्य - 11,000 रू. 4. जिनवाणी सदस्य - 5,000 रू. उपरोक्त राशि जिनवाणी प्रकाशन फण्ड में रहेगी। इस राशि से ग्रन्थों का प्रकाशन होगा। अनेकान्त दर्पण के हर अंक में नाम प्रकाशित होगा। सभी प्रकाशित ग्रन्थ भेंट स्वरूप प्रदान किये जावेंगे। 5. अतिथि व्यवस्था सदस्य - 1500 रू. इस राशि से भोजनशाला का संचालन होगा। वर्ष में एक दिन सदस्य की ओर से आहार दान दिया जावेगा। अनेकान्त दर्पण भेंट स्वरूप प्रदान किये जावेगा। 6. आजीवन सदस्य - 1100 रू. इस राशि से पत्रिका अनेकान्त दर्पण एवं संस्थान समाचार का प्रकाशन किया जावेगा। अनेकान्त दर्पण एवं संस्थानसमाचार भेंट स्वरूप प्रदान किये जावेगें। 7. अलमारी हेतु - 3500 रू. ग्रन्थों के रख-रखाव हेतु दातार के नाम से अलमारी रखी जावेगी। 8. एक ग्रन्थ का संरक्षण - 501 रू. इस राशि से एक ग्रन्थ की सुरक्षा की जावेगी। आपके माध्यम से रचनात्मक कार्य पूर्ण हुए हैं। अनेकान्त ज्ञान मंदिर को आप अपनी संस्था मानकर आप स्वयं इस संस्थान से जुड़े एवं अन्य दूसरों को भी प्रेरित करें। आर्थिक सहयोग हेतु बैंक ड्राफ्ट/चैक अथवा नकद धनराशि "अनेकान्त ज्ञान मंदिर शोध संस्थान बीना" के नाम से भेजकर भावी योजनाओं को मूर्त रूप प्रदान करें। निवेदक :अनेकान्त ज्ञान मंदिर शोध संस्थान बीना (जि0-सागर) म0प्र0 फोन नं0 :- (07580) 30279 IV

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