Book Title: Prakrit Ke Prakirnak Sahitya Ki Bhumikaye
Author(s): Sagarmal Jain
Publisher: Prachya Vidyapith

Previous | Next

Page 391
________________ पुष्पांजलिजयमाला तीर्थजयमाला तीर्थवंदना सर्वत्रैलोक्याजिनालय जयमाला विश्वभूषण मेरुचन्द्र गंगादास बलभद्र अष्टक बलभद्र अष्टक मुक्तागिरि जयमाला रामटेक छंद सोमसेन जयसागर चिमणा पंडित जिनसेन 17वीं शती पद्मावती स्त्रोत षट्तीर्थ वंदना 17वीं शती 17वीं शती राधव मुक्तागिरि आरती अकृत्रिम चैत्यालयजयमाला पं. दिलसुख पार्श्वनाथ जयमाला ब्रह्मा हर्ष कवीन्द्रसेवक तीर्थवंदना 17वीं शती 17वीं शती 17वीं शती 17वीं शती 17वीं - 18वीं शती 18वीं धनजी मकरंद तोपकर देवेन्द्रकीर्ति जिनसागर 17वीं शती 18वीं - 19वीं शती 19वीं शती 19वीं शती 19वीं 385 यह सूची डॉ. विद्याधर जोहरापुरकर द्वारा संपादित " तीर्थवंदनसंग्रह " के आधार पर प्रस्तुत की गई है । आधुनिक काल के जैन तीर्थ - विषयक ग्रंथ 1. जैन तीर्थोंनो इतिहास (गुजराती) मुनि श्री न्यायविजयजी - श्री चारि स्मारक ग्रंथमाला, अहमदाबाद 1849 ई. । . 2. जैन तीर्थसर्वसंग्रह, भाग - 1, ( खण्ड 1-2), भाग - 2, पं. अम्बालाल पी. शाह, आनंदजी कल्याणजी की पेढ़ी, झवेरीवाड़, अहमदाबाद से प्रकाशित । 3. भारत के प्राचीन जैन तीर्थ - डॉ. जगदीशचन्द्र जैन 4. भारत के दिगम्बर जैन तीर्थ, 1, 2, 3, 4, 5 (सचित्र) - श्री बलभद्र जैन 5. तीर्थदर्शन, भाग 1 एवं 2, प्रकाशक - श्री महावीर जैन कल्याण संघ, मद्रास इसके अतिरिक्त पृथक-पृथक तीर्थों पर भी कई महत्वपूर्ण ग्रंथ उपलब्ध हैं ।

Loading...

Page Navigation
1 ... 389 390 391 392 393 394 395 396 397 398