Book Title: Prakrit Abhyas Uttar Pustak Author(s): Kamalchand Sogani, Shakuntala Jain Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy View full book textPage 5
________________ 123 अभ्यास संख्या विषय पृष्ठ संख्या अभ्यास-22 भूतकालिक कृदन्त (भाववाच्य) - 110 अभ्यास-23 मिश्रित वाक्य 114 अभ्यास-24 अतिरिक्त अकर्मक क्रियाएँ (भाववाच्य) 118 अभ्यास-25 विधि कृदन्त (भाववाच्य) अभ्यास-26 कर्तवाच्य एवं भाववाच्य अभ्यास-27 संज्ञा (द्वितीया-एकवचन, बहुवचन) ... 125 अभ्यास-28 अतिरिक्त सकर्मक क्रियाएँ .. अभ्यास-29 संज्ञा (इ,ई,उ,ऊ पु. नपुं. स्त्री.) अभ्यास-30 संज्ञा (इ,ई,उ,ऊ पु. नपुं. स्त्री.) अभ्यास-31 . · संज्ञा, सकर्मक क्रियाएँ 136 अभ्यास-32 कृदन्त, कर्मवाच्य, तृतीया 138 अभ्यास-33 विविध कृदन्त 141 अभ्यास-34 संज्ञा, चतुर्थी, षष्ठी (एकवचन, बहुक्चन) 142 अभ्यास-35 संज्ञा, पंचमी, सप्तमी (एकवचन, बहुवचन) 143 अभ्यास-36 प्रेरणार्थक प्रत्यय 144 अभ्यास-37 स्वार्थिक प्रत्यय, विविध सर्वनाम, अव्यय 147 अभ्यास-38 अनियमित कर्मवाच्य 148 अभ्यास-39 अनियमित भूतकालिक कृदन्त 149 विषय पृष्ठ संख्या प्राकृत रचना सौरभ के अभ्यास पाठ संख्या पाठ 27 अतिरिक्त अकर्मक क्रियाएँ एवं मिश्रित वाक्य पाठ 28 सम्बन्धक भूतकृदन्त 155 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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