Book Title: Prakrit Abhyas Uttar Pustak
Author(s): Kamalchand Sogani, Shakuntala Jain
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy
View full book text
________________
4. महिला, परमेंसर (थुण) 5. जोगि, आगम (पढ) 6. तवस्सि, अम्ह (कोक्क) 7. तुम्ह, रज्जु (गुंध) 8. त, अम्ह (खम) 9. अम्ह, वारि (पिब) 10. रिसि, दिवायर (वंद)
(देखें अभ्यास 32) (देखें अभ्यास 32) (देखें अभ्यास 32) (देखें अभ्यास 32) (देखें अभ्यास 32) (देखें अभ्यास 32) (देखें अभ्यास 32)
भूतकालिक ...
अव्व
गण
अव्व
मूलशब्द लिंग वचन विभक्ति प्रत्यय कृदन्त-नाम 1. कोक्किओ कोक्क पुल्लिंग एकवचन प्रथमा अ. भूतकालिक .. 2. देखिआ देख स्त्रीलिंग/ एकवचन/ प्रथमा अ
पुल्लिंग बहुवचन 3. सुणिआउ सुण स्त्रीलिंग बहुवचन प्रथमा अ 'भूतकालिक 4. कीणिअव्वं . कीण नपुंसकलिंग एकवचन प्रथमा
अव्व
विधिकृदन्त 5. रक्खितव्वो रक्ख
एकवचन प्रथमा तव्व विधिकृदन्त 6. लभिदव्वो लभ पुल्लिंग एकवचन प्रथमा दव्व
विधिकृदन्त 7. झाएअव्वा झाअ स्त्रीलिंग/ एकवचन/ प्रथमा
विधिकृदन्त . पुल्लिंग बहुवचन 8. पिबिअव्वा पिब स्त्रीलिंग/ एकवचन/ प्रथमा • विधिकृदन्त
पुल्लिंग बहुवचन 9. गणेअव्वाइं
नपुंसकलिंग बहुवचन प्रथमा विधिकृदन्त 10. पेच्छेअव्वा . पेच्छ स्त्रीलिंग/ एकवचन/ प्रथमा अव्व
विधिकृदन्त पुल्लिंग बहुवचन 11. धारिआई धार नपुंसकलिंग बहुवचन प्रथमा अ भूतकालिक 12. पालिआउ पाल स्त्रीलिंग बहुवचन प्रथमा
भूतकालिक 13. पेसिआओ स्त्रीलिंग बहुवचन प्रथमा
भूतकालिक 14. धारेअव्वा धार स्त्रीलिंग/ एकवचन/ प्रथमा
विधिकृदन्त पुल्लिंग बहुवचन 15. बहूउ बहू स्त्रीलिंग बहुवचन प्रथमा 16. माणेतव्वो
पुल्लिंग एकवचन प्रथमा तव्व विधिकृदन्त 17. चक्खिअव्वाओ चक्ख । स्त्रीलिंग बहुवचन प्रथमा
विधिकृदन्त 18. घेणूओ घेणु स्त्रीलिंग बहुवचन प्रथमा । ओ 19. सामिणा सामि पुल्लिंग एकवचन तृतीया 20. मुणीहिं मुणि पुल्लिंग बहुवचन तृतीया हिं-ईहिं - 21. गामणीहिँ गामणी पुल्लिंग बहुवचन तृतीया हिं - 22. साहुणा साहु पुलिंग एकवचन तृतीया णा - 23. विमाणाई विमाण नपुंसकलिंग बहुवचन प्रथमा ई-आई -
REEEEEEEEEEEEEEEEEEEE
श
अव्व
माण
अव्व
140
प्राकृत अभ्यास उत्तर पुस्तक
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org

Page Navigation
1 ... 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181 182 183 184 185 186 187 188 189 190 191 192