Book Title: Prakrit Abhyas Uttar Pustak
Author(s): Kamalchand Sogani, Shakuntala Jain
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 189
________________ 1. सामी / सामि तुमं / तुं / तुह अम्हे / अम्ह रक्खहि / रक्खसु/रक्खधि / आदि । 2. नरिंद/ नरिंदा / नरिंदो तुम्ह / तुज्झ रज्जे / रज्जम्मि सुहं ण अस्थि । . घर 3. मित्त/मित्ता/मित्तो तुमं / तुं / तुह मम / मह / मज्झ घरे / घरम्मि आगच्छहि / आगच्छसु/आदि । 4. माया / माये तुमं/तुं / तुह सिसू / सिसुणो पालहि / पालसु/पालधि / आदि । 5. सीया / सीये वणे / वणम्मि बहुविहा दुहा अत्थि । 6. पुत्त / पुत्ता / पुत्तो सच्चं बोल्लहि / बोल्लसु / बोल्लधि / आदि । 7. जुवइ / जुवई तुमं / तुं / तुह हसहि / हससु/हसधि / आदि। 8. बालआ तुम्हे / तुझे / तुब्भे गंथा पढह / पढेह / पढध / पढेध | 9. मित्ता तुम्हे / तुझे / तुब्भे रज्जाउ / रज्जाओ / रज्जत्तो / आदि डरह / डरेह / आदि । 10. साहू/साहउ /साहओ / साहवो / साहुणो संजमं पालह / पालेह / पालध / पालध । पाठ - 77 (क) 1. जो णरो थक्क / आदि सो सय / आदि । 2. जो कोहं करइ / आदि सो लुक्क / आदि । 3. जेण / जेणं / जिणा सयिज्जइ / आदि तेण / तेणं / तिणा हसिज्ज / आदि । पाठ - 80 4. जास/जस्स तणू थक्किआ / आदि तास/तस्स जरा वडिआ / आदि । 5. अहं / हं / अम्मि जं कोक्कमि / कोक्कामि / कोक्केमि सो तुमं / तुं / तुह अत्थि । · 6. जम्मि/जहिं/जाहे लक्कुडम्पि / लक्कुडे तुमं/तुं / तुह उवविसीअ / उवविसिओ / उवविसयो / उवविसितो / उवविसिदो तं मम / मज्झ / आदि अत्थि । 7. तुमं/तुं / तुह जा / जाउ / जाओ / जत्तो / जम्हा / जाहि / जाहिन्तो डरसि / डरेसि / डरसे ता / ताउ / ताओ / तत्तो / तम्हा / ताहि / ताहिन्तो अहं / हं/अम्मि डरमि / डरामि / डरेमि । (ख) 1. एसो णरो हसइ/हसेइ/हसए/हसदि/आदि । 2. एए णरा हसन्ति / हसेन्ति / हसन्ते / हसिरे । 3. सो एअं गंथं पढइ/पढेइ/पढए/पढदि/आदि। 4. ते एए/एआ/इमे /इमा गंथा पढन्ति / पढेन्ति / पढन्ते / पढिरे । 178 5. एएण गरेण हसिज्ज / हसीअइ /आदि । 6. एएहि/एएहिं/एएहिं णरेहि / णरेहिं / णरेहिं गंथा पढिज्जन्ति / पढी अन्ति/आदि । 7. अहं / हं/अम्मि एतस्स / एअस्स / इमस्स/अस्स जीवमि / जीवामि / जीवेमि । 8. सा एआण/एआणं/एई/एईणं / इमाण / इमाणं / इमीण / इमीणं / इमेसिं जीवइ / जीवए / जीवदि/आदि । 9. अहं एतं / एअं/ इअं वयं पालमि / पालामि / पालेमि । 10. एअम्मि णरम्मि णाणं अत्थि । Jain Education International For Personal & Private Use Only प्राकृत अभ्यास उत्तर पुस्तक www.jainelibrary.org

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