Book Title: Pragnapana Sutra Part 04
Author(s): Nemichand Banthiya, Parasmal Chandaliya
Publisher: Akhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh

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Page 355
________________ ६०-०० ८०-०० . १५-०० श्री अखिल भारतीय सुधर्म जैन संस्कृति रक्षक संघ, जोधपुर आगम बत्तीसी प्रकाशन योजना के अन्तर्गत प्रकाशित आगम अंग सूत्र क्रं.नाम आगम मूल्य १. आचारांग सूत्र भाग-१-२ ५५-०० २. सूयगडांग सूत्र भाग-१,२ ६०-०० . ३. स्थानांग सूत्र भाग-१,२ ४. समवायांग सूत्र ४०-०० ५. भगवती सूत्र भाग १-७ ४००-०० ६. ज्ञाताधर्मकथांग सूत्र भाग-१,२ ७. उपासकदशांग सूत्र २०-००. ८. अन्तकृतदशा सूत्र २५-०० ६. अनुत्तरोपपातिक दशा सूत्र १०. प्रश्नव्याकरण सूत्र ३५-०० ११. विपाक सूत्र ३०-०० उपांग सूत्र उववाइय सुत्त राजप्रश्नीय सूत्र २५-०० जीवाजीवाभिगम सूत्र भाग-१,२ . ८०-०० ४. प्रज्ञापना सूत्र भाग-१,२,३,४ ५. जम्बूद्वीप प्रज्ञप्ति ५०-०० ६-७. चन्द्रप्रज्ञप्ति-सूर्यप्रज्ञप्ति २०-०० ८-१२. निरयावलिका (कल्पिका, कल्पवतंसिका, पुष्पिका २०-०० पुष्पचूलिका, वृष्णिदशा) मूल सूत्र उत्तराध्ययन सूत्र भाग १-२ दशवकालिक सूत्र ३०-०० ३. नंदी सूत्र २५-०० ४. अनुयोगद्वार सूत्र ५०-०० छेद सूत्र १-३. त्रीणिछेदसुत्ताणि सूत्र (दशाश्रुतस्कन्ध, बृहत्कल्प, व्यवहार) ५०-०० ४. निशीथ सूत्र ५०-०० २५-०० & m १६०-०० ८०-०० १. आवश्यक सूत्र ३०-०० Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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