Book Title: Pragnapana Sutra Part 04
Author(s): Nemichand Banthiya, Parasmal Chandaliya
Publisher: Akhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh

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Page 356
________________ । । 10 । आगम बत्तीसी के अलावा संघ के प्रकाशन क्रं. नाम मूल्य १. अंगपविट्ठसुत्ताणि भाग १ १४-०० २. अंगपविट्ठसुत्ताणि भाग २ ४०-०० ३. अंगपविट्ठसुत्ताणि.भाग ३ ३०-०० ४. अंगपविट्ठसुत्ताणि संयुक्त ८०-०० ५. अनंगपविट्ठसुत्ताणि भाग १ ३५-०० ६. अनंगपविट्ठसुत्ताणि भाग २ ४०-०० ७. अनंगपविट्ठसुत्ताणि संयुक्त ८०-०० ८. अनुत्तरोववाइय सूत्र ३-५० ६. आयारो ८-०० १०. सूयगडो ६-०० ११. उत्तरायणाणि(गुटका) १०-०० १२. दसवेयालिय सुत्तं (गुटका) ५-०० १३. णंदी सुत्तं (गुटका) अप्राप्य १४. चउछेयसुत्ताई १५-०० १५. अंतगडदसा सूत्र १०-०० १६-१८.उत्तराध्ययन सूत्र भाग १,२,३ ४५-०० १६. आवश्यक सूत्र (सार्थ) १०-०० २०. वशवकालिक सूत्र १५-०० २१. जैन सिद्धांत थोक संग्रह भाग १ १०-०० २२. जैन सिद्धांत थोक संग्रह भाग २ १०-०० २३. जैन सिद्धांत थोक संग्रह भाग ३ १०-०० २४. जैन सिद्धांत थोक संग्रह भाग ४ १०-०० २५. जैन सिद्धांत थोक संग्रह संयुक्त १५-०० २६. पन्नवणा सूत्र के थोकड़े भाग १ ८-०० २७. पन्नवणा सूत्र के थोकड़े भाग २ १०-०० २८. पन्नवणा सूत्र के थोंकड़े भाग ३ १०-०० २६-३१. तीर्थंकर चरित्र.भाग १,२,३ १४०-०० ३२. मोक्ष मार्ग ग्रन्थ भाग १ ३५-०० ३३. मोक्ष मार्ग ग्रन्थ भाग २ ३०-०० ३४-३६. समर्थ समाधान भाग १,२,३ ६०-०० . ३७. सम्यक्त्व विमर्श १५-०० ३८. आत्म साधना संग्रह २०-०० ३६. आत्म शुद्धि का मूल तत्वत्रयी २०-०० ४०. नवतत्वों का स्वरूप १५-०० ४१. अगार-धर्म १०-०० ४२.SaarthSaamaayikSootra अप्राप्य ४३. तत्त्व-पृच्छा १०-०० ४४. तेतली-पुत्र ५०-०० ४५. शिविर व्याख्यान १२-०० ४६. जैन स्वाध्याय माला २०-०० ४७. सुधर्म स्तवन संग्रह भाग १ , २२-०० ४८. सुधर्म स्तवन संग्रह भाग २ १८-०० ४६. सुधर्म चरित्र संग्रह १०-०० २०. लोकाशाह मत समर्थन १०-०० Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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