Book Title: Prabandh Parijat
Author(s): Kalyanvijay Gani
Publisher: K V Shastra Sangrah Samiti Jalor

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Page 11
________________ पृष्ठ सं. २६२ २६६ २७१ २७८ २६० २८१ २८४ २६२ क्रम सं. (२) उज्जयन्त (३) गजाग्रपद तीर्थं (४) धर्मचक्र तीर्थ (५) अहिच्छत्रा पार्श्वनाथ (६) रथावर्त (पर्वत) तीर्थ (७) चमरोत्पात (८) शत्रुञ्जय पर्वत (९) मथुरा का देवनिर्मित स्तूप (१०) सम्मेत शिखर (तीर्थ) ५ (२) साबू तीर्थ की यात्राओं के संस्करण प्रकृति-परिवर्तन यात्रियों की आमदरफ्त दूसरी यात्रा के दिनों का उपयोग तीसरी यात्रा के समय का उपयोग चौथी यात्रा खटमलों का उत्पात अचलगढ में पांच दिन गुरु शिखर का अवलोकन योगी श्री शांति विजयजी की मुलाकात भक्त मण्डल का जमघट जन समवाय बनाये रखने का प्रयोजन योगीराज की प्रतिष्ठा-प्रियता वेश भूषा आचार सिद्धान्त और उपदेश योगीजी का आहार विहार योगीजी के आश्रमों की बनावट २६३ २६४ २६४ २६५ २६५ २६६ २९७ २६७ २६८ ३०१ ३०४ ६०४ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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