Book Title: Patanjalyoga evam Jainyoga ka Tulnatmak Adhyayana
Author(s): Aruna Anand
Publisher: B L Institute of Indology
________________
संदर्भ ग्रन्थ सूची
285
१५६. नयरहस्यप्रकणम् - यशोविजय, जैन ग्रन्थ प्रकाशक सभा, अहमदाबाद, वि० सं० २००३ १५७. नवतत्त्वप्रकरण – (विवे०) भगवान हरखचंद, श्री हेमचन्द्राचार्य जैन ग्रन्थमाला, अहमदाबाद, १६२८ १५८. नंदीसूत्रम् (दुर्गपद व्याख्या एवं वृत्ति सहित) - (संपा०) पुण्यविजय, प्राकृत ग्रन्थ परिषद्,
वाराणसी, १६६६ १५६. नंदीसूत्रम् (मलयगिरि वृत्ति सहित) – देवर्द्धिगणि, आगमोदय समिति, बम्बई, १६२४ १६०. नन्दीसूत्रवृत्ति - हरिभद्र, ऋषभदेवजी केसरीमलजी श्वेताम्बर संस्था, रतलाम, १६२८ १६१. नन्दीसूत्रम् (चूर्णि सहित) - हरिभद्र, प्राकृत ग्रन्थ परिषद्, वाराणसी, १९६६ १६२. नायाधम्मकहाओ - (संपा०) चन्द्रसागरसूरि, साहित्य प्रचारक समिति, बम्बई, १६५१ १६३. नारदसंहिता - महामुनि नारद, चौखम्बा संस्कृत संस्थान, वाराणसी, १९८४ १६४. श्रीनारदीय महापुराण - वेदव्यास, नाग पब्लिशर्स दिल्ली, १६८४ १६५. नियमसार - कुन्दकुन्द, (संपा०) शीतलप्रसाद, जैन ग्रन्थ रत्नाकर कार्यालय, बम्बई, १६१७ १६६. निशीथसूत्रम् (जिनदास महत्तर कृत चूर्णि सहित) -- सन्मति ज्ञानपीठ, आगरा, १९८२ १६७. नैषधीयचरितम् - श्रीहर्ष, निर्णय सागर, बम्बई, १६३३ १६८. न्यायकुमुदचन्द्र - प्रभाचन्द्राचार्य, (संपा०) महेन्द्र कुमार, श्री सत्गुरु पब्लिकेशन्स, दिल्ली, १६६१ १६६. न्यायखण्डनखंडखाद्य - यशोविजय, चौखम्बा संस्कृत सीरिज, वाराणसी, १९६६ १७०. न्यायदर्शनम् (वात्स्यायन भाष्य सहित) – गौतम, चौखम्बा संस्कृत संस्थान, वाराणसी, १९८३ १७१. न्यायदर्शनम - (संपा०) द्वारकादास शास्त्री, बौद्ध भारती, वाराणसी, १६७६ १७२. न्यायदीपिका - धर्मभूषण, वीर सेवा मन्दिर, दिल्ली, १६५४ १७३. न्याय प्रदीप - यशोविजय, जैन धर्म प्रसारक सभा, भावनगर, वि० सं० १६६५ १७४. न्यायमंजरी - जयन्तभट्ट, चौखम्बा संस्कृत सीरिज, बनारस, १६३६ १७५. न्यायविनिश्चय - अकलंक, सिंघी जैन ग्रन्थमाला, कलकत्ता, १६३६ १७६. न्यायोपदेश - यशोविजय, आत्मानन्द सभा, भावनगर, १६१६ १७७. पद्मनन्दिपंचविंशति - पद्मनन्दि, (अनु०) बालचन्द्र, जैन संस्कृति संरक्षक संघ, शोलापुर, १६६२ १७८. श्री पंचवस्तुक - हरिभद्र, श्रेष्ठि देवचन्द्र लालभाई जैन पुस्तकोद्धार संस्था, बम्बई, १६२७ १७६. पञ्चसंग्रह (संस्कृत)- आचार्य अमितगति, माणिकचन्द्र दिगम्बर जैन ग्रन्थमाला, बम्बई, १६२७ १८०. पञ्चसंग्रह (प्राकृत) – भारतीय ज्ञानपीठ, काशी, १६६० १८१. पञ्चसंग्रह - (संपा०) चंद्रर्षि महत्तर, आगमोदय समिति, बम्बई. १६२७ १८२. पंचसूत्रम् - (टी चिरन्तनाचार्य) हरिभद्र, रामचन्द्र येसु शेडगे, वि० सं० १६७० १८३. पंचाध्यायी - राजमल्ल, गणेशप्रसादवर्णी दिगम्बर जैन ग्रन्थमाला, वाराणसी, १६८६ १८४. पंचाशक - हरिभद्र, जैन श्वेताम्बर संस्था, रतलाम, १६२८ १८५. पंचास्तिकाय - कुन्दकुन्दाचार्य, परमश्रुत प्रभावक मण्डल, बम्बई, १६१६ १८६. पुरुषार्थसिद्धयुपाय - अमृतचन्द्र, परमश्रुत प्रभावक मण्डल, बम्बई, १६२८ १६७. परिशिष्टपर्व - हेमचन्द्र, जैन धर्म प्रसारक सभा, भावनगर, वि० सं० २४३८. १८८. परमात्मप्रकाश और योगसार - योगीन्दु, रायचन्द्र जैन ग्रन्थमाला, बम्बई, १६१५ १८६. परमात्मप्रकाश - योगीन्दु, (संपा०) ए. एन. उपाध्ये, परमश्रुत प्रभावक मण्डल, अगास, १६७८ १६०. पातञ्जलयोगदर्शन (व्यासभाष्य एवं ब्रह्मलीन मुनि कृत हिन्दी व्याख्या सहित) - चौखम्बा
संस्कृत संस्थान, वाराणसी, १६८४,
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org |
Page Navigation
1 ... 301 302 303 304 305 306 307 308 309 310 311 312 313 314 315 316 317 318 319 320 321 322 323 324 325 326 327 328 329 330 331 332 333 334 335 336 337 338 339 340 341 342 343 344 345 346 347 348 349 350