Book Title: Patanjalyoga evam Jainyoga ka Tulnatmak Adhyayana
Author(s): Aruna Anand
Publisher: B L Institute of Indology

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Page 311
________________ संदर्भ ग्रन्थ सूची 293 ७५. ७७. ना ७३. बालचन्द्र (संपा०), जैनलक्षणावली, वीर सेवा मन्दिर, दिल्ली, वि०सं० १६७३ ७४. बेलानी, फतेहसिंह, जैन ग्रन्थ और ग्रन्थकार, जैन संस्कृति संरक्षक संशोधक मण्डल, बनारस, १६५० भट्टाचार्य, हरिसत्य, जिनवाणी, श्री चारित्र स्मारक ग्रन्थमाला, अहमदाबाद, १६५२ ७६. भट्टाचार्य, हरिसत्य, अनेकान्तवाद, जैन आत्मानन्द सभा, भावनगर, वि० सं० २००७ भानावत, नरेन्द्र, साधना - स्वरूप और विश्लेषण, सम्यग्ज्ञान प्रचारक मण्डल, जयपुर, १६७१ ७८. भानावत, नरेन्द्र, ध्यानयोग-रूप और दर्शन, सम्यग्ज्ञान प्रचारक मण्डल, जयपुर, १६७२ ७६. भारिल्ल, शोभाचन्द्र, कुन्दकुदाचार्य के तीन रत्न, भारतीय ज्ञानपीठ, वाराणसी, १६६७ ८०. मंगला, भारतीय दर्शन में योग, मोतीलाल बनारसीदास, दिल्ली, १६८३ ८१. महेन्द्र कुमार, जैन दर्शन, श्री गणेश प्रसाद वर्णी जैन ग्रन्थमाला, वाराणसी, १६५५ ८२. माता विजयमति, आत्म-चिन्तन, ज्ञानचन्द्र जैन, तेन्दूखेड़ा, (म०प्र०), १६८१ ८३. मालवणिया, दलसुख, जैन दर्शन का आदिकाल, लालभाई दलपतभाई, भारतीय संस्कृति विद्या मन्दिर, अहमदाबाद, १६८० ८४. मालवणिया, दलसुख, आगम युग का जैन दर्शन, सन्मति ज्ञानपीठ, आगरा, १६६६ ८५. मालवणिया, दलसुख, आत्म-मीमांसा, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय प्रेस, बनारस, १६५३ ८६. मिश्र, उमेश, भारतीय दर्शन, राजर्षि पुरुषोत्तम टंडन हिन्दी भवन, लखनऊ, १९७५ ८७. मुनि जिनविजय, आचार्य हरिभद्रस्य समयनिर्णयः, जैन साहित्य संशोधक समाज, पूना, १६१६ ८८. मुनि ब्रह्मलीन, पातञ्जल योग दर्शन, चौखम्बा संस्कृत सीरिज, वाराणसी, १६८४ ८६. मुनि श्री मिश्रीमल, जैन धर्म में तप स्वरूप और। न धम म तप स्वरूप और विश्लेषण, श्री गुरुधर केसरी साहित्य प्रकाशन समिति, ब्यावर, १६७२ ६०. मुसलगांवकर, वि० भा०, आचार्य हेमचन्द्र, हिन्दी ग्रन्थ अकादमी, भोपाल, मध्यप्रदेश, १६११ ६१. मेहता मोहनलाल, जैन दर्शन, श्री सन्मतिज्ञानपीठ, आगरा, १६५६ मेहता मोहनलाल, जैन आचार, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, १६६६ ६३. मेहता, मोहनलाल, जैनधर्म दर्शन, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, १६७३ ६४. मेहता, मोहनलाल, जैन साहित्य का बृहद् इतिहास (भाग ३), पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, १६६७ ६५. मेहता, मोहनलाल व कापडिया हीरालाल, जैन साहित्य का बृहद् इतिहास (भाग ४), पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी, १६६८ ६६. मोदी, मधुसूदन, हेम समीक्षा, श्री मोहन लाल दीपचंद, चोकसी, मुंबई. १६४२ ६७. मौद्गल, भागमल्ल (संपा०). भारतवर्ष का इतिहास और जैनधर्म, आत्मानन्द जैन ट्रस्ट सोसायटी, अम्बाला, १६२८ ६८. योगी चन्दनाथ (अनु०). योगी सम्प्रदाय विकृति, शाही बाग, अहमदाबाद, १६२४ ६६. रमेशकुमार, जयेन्द्र योग प्रयोग, मेघ प्रकाशन, दिल्ली, १६८२ । १००. रत्नचन्द्र, भावनाशतक, जैन साहित्य प्रचारक समिति, ब्यावर, वी०सं० २४६६ १०१. राधाकृष्णन् सर्वपल्ली, भारतीय दर्शन (भाग १), राजपाल एण्ड संस, दिल्ली, १६६६ णेश, जैनधर्म व दर्शन, दादाबाड़ी, श्री जिनदत्त सूरि मण्डल, अजमेर. १६८3 १०३. लाड, अशोक कुमार, भारतीय दर्शन में मोक्ष-चिंतन-एक तुलनात्मक अध्ययन, मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रन्थ अकादमी, भोपाल, १६७३ ६२. मह Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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