Book Title: Patanjalyoga evam Jainyoga ka Tulnatmak Adhyayana
Author(s): Aruna Anand
Publisher: B L Institute of Indology

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Page 309
________________ संदर्भ ग्रन्थ सूची 291 २४. २६. १६. आर्यिका ज्ञानमती, दिगम्बर मुनि, दिगम्बर जैन त्रिलोक शोध संस्थान, हस्तिनापुर, वी० सं० २५०७ . ओमानन्द, पातञ्जलयोगप्रदीप, गीताप्रेस, गोरखपुर, १६४२ २१. उपाध्याय बलदेव, भारतीयदर्शन, शारदा मन्दिर, काशी, १६५७ २२. उपाध्याय बलदेव, पुराणविमर्श, चौखम्बा, विद्या भवन, वाराणसी, १६७८ २३. उपाध्याय बलदेव, संस्कृत साहित्य का इतिहास, शारदा निकेतन, वाराणसी, १६७८ उपाध्याय, रामजी, भारत की संस्कृति साधना, रामनारायण लाल बेनीमाधव, इलाहाबाद, १६६७ २५. कन्नोमल, जैन तत्त्व-मीमांसा, जैन पुस्तक प्रचारक मंडल, आगरा, १६४२ कन्नोमल, अनेकान्तवाद, श्री आत्मानन्द जैन सोसायटी, अम्बाला शहर, १६८२ २७. कविराज, गोपीनाथ, भारतीय संस्कृति और साधना (भाग १,२) बिहार राष्ट्रभाषा परिषद्, पटना, १६६३ २८. काणे, पांडूरंग वामन. धर्मशास्त्र का इतिहास (भाग-५), हिन्दी समिति, लखनऊ, १६७३ २६. कापड़िया, श्री मोतीचंद गिरिधरलाल, जैन दृष्टिए योग (गु०), श्री महावीर जैन विद्यालय, बम्बई, १६७४ ३०. कापड़िया, हीरालाल रसिकदास, यशोदोहन, यशोभारती जैन प्रकाशन समिति, मुम्बई, १६६६ ३१. गणि जिनभद्र, गणधरवाद, राजस्थान प्राकृत भारती संस्थान एवं सम्यग्ज्ञान प्रचारक मण्डल, जयपुर, १६८२ ३२. गांग, सुषमा, कुन्दकुन्दाचार्य की प्रमुख कृतियों में दार्शनिक दृष्टि, भारतीय विद्या प्रकाशन, दिल्ली, १६८२ ३३. चिदानन्द, अध्यात्म अनुभव योग प्रकाश, अभयदेव सूरिग्रन्थमाला, कलकत्ता, १६२२ ३४. जैन, रत्नलाल, आत्मरहस्य, सस्ता साहित्य मंडल, दिल्ली, १६४८ ३५. जैन, लालचन्द, जैन दर्शन में आत्म-विचार, पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, वाराणसी. १९८४ ३६. जैन, सागरमल, जैन कर्मसिद्धान्त का तुलनात्मक अध्ययन, राजस्थान प्राकृत भारती संस्थान, जयपुर, १९८२ ३७. जैन, सागरमल, जैन, बौद्ध और गीता का साधना मार्ग, राजस्थान प्राकृत भारती संस्थान, जयपुर, १६८२ ३८. जैन, सागरमल, जैन, बौद्ध और गीता के आचार दशों का तुलनात्मक अध्ययन, (भाग १-२). राजस्थान प्राकृत भारती संस्थान, जयपुर, १९८२ ३६. जैन, सुदर्शन लाल, उत्तराध्ययनसूत्र : एक परिशीलन, सोहनलाल जैन-धर्म प्रचारक समिति, अमृतसर, १६७० ४०. जैन, हरीन्द्रभूषण, जैन अंगशास्त्र के अनुसार मानव व्यक्तित्व का विकास, सन्मति ज्ञानपीठ, आगरा, १६७४ ४१. जैन, हीरालाल, भारतीय संस्कृति में जैनधर्म का योगदान, मध्यप्रदेश शासन साहित्य परिषद, भोपाल, १६६२ ४२. जैन, हीरालाल (संपा०), जिनवाणी, भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशन, दिल्ली, १६७५ ४३. टोडरमल, मोक्ष मार्गप्रकाशक, श्री कुन्दकुन्द कहान दि० जैन तीर्थ सुरक्षा ट्रस्ट, जयपुर, १६८३ ४४. डोसी, राजेन्द्रलाल, अनेकान्तवाद एक समीक्षात्मक अध्ययन, गंगानाथ झा केन्द्रीय संस्कृत विद्यापीठ, इलाहाबाद, १६८२ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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