Book Title: Parmatmaprakasha and Yogsara Author(s): Yogindudev, A N Upadhye Publisher: Paramshrut Prabhavak Mandal View full book textPage 3
________________ प्रकाशक : मनुभाई भ. मोदी, अध्यक्ष श्री परमश्रुत प्रभावक मण्डल, श्रीमद् राजचन्द्र आश्रम, स्टेशन अगास; वाया आणंद, पोस्ट बोरिया- ३८८१३० (गुजरात) [ प्रथमावृत्ति - वीर नि० सं० २४४२; वि० सं० १९७२] [ नई आवृत्ति, प्रथम संस्करण, सन् १९३७] [ नई आवृत्ति, द्वितीय संस्करण, सन् १९६० ] [ नई आवृत्ति, तृतीय संस्करण, सन् १९७३] [ नई आवृत्ति, चतुर्थ संस्करण, सन् १९७८ ] [ नई आवृत्ति, पंचम संस्करण, सन् १९८८ ] [ नई आवृत्ति, षष्ठ संस्करण, सन् २०००] प्रति : ३००० मूल मुद्रक : ( संस्कृत विभाग ) वसंत प्रिंटींग प्रेस, अहमदाबाद (अंग्रेजी विभाग ) राजीव प्रिंटर्स, वल्लभविद्यानगर श्रीमद् राजचन्द्र आश्रम, स्टेशन अगास; वाया आणंद, पोस्ट बोरिया- ३८८१३० (गुजरात) Jain Education International लागत मूल्य रू. ६१/बिक्री मूल्य रू. ४०/ ( प्राप्ति स्थान) For Private & Personal Use Only ऑफसेट मुद्रण : इंडिया बाइंडिंग हाउस, मानसरोवर पार्क, शाहदरा, दिल्ली - ११००३२ श्री परमश्रुत प्रभावक मण्डल, हाथी बिल्डींग, 'ए' ब्लॉक, दूसरी मंजिल, रूम नं० १८, भांगवाडी, ४४८, कालबादेवी रोड, बंबई - -४००००२ www.jainelibrary.org.Page Navigation
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