Book Title: Pannavana Sutra
Author(s): Shyamacharya,
Publisher: ZZZ Unknown
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समाना
तर सिघसंसारसमावणाजीव वारस विदापणात हातिश्वसिया। प्रतिवमिशा तिखगर सिघातिगर सिघाासये गडघ सिघा बुधाना दिया सिंघाइ लिग सिघारिस लिंग मि छाशा समधिगे सिद्धा। १६) शालिंग सिधा गिदिलिंग सिधा । एक (एग सिद्दार सिपहिल घास सार समावाजी सावरगा॥॥ स कि तं परे पर सिससारसमादी व पाया। परंपर सिमससारस पावणा आण विदापम समय सिद्धाऽसमय सि तिसमय सिघान घाडाव साव समय घासाद्य समय सिघात सम यमिघा (सत्र परेर सिससारसमाना। जावपसाव लाग रिसमाचजाणवण arस किंत ससारसमाजamaणा संसारस मावसनाचवणा हापणका तंज हायगिदि यससारसमापजीवावर बइदिय संसार समावाजaumaणाइदियसंसार समावः॥ जीव । वरिदियसे सारसमावाजीचाव। ये विदियस सारसमाचजाएam) (सा कित एगिदियस सारसमाधीaunam| गिदिय से सारस माचलीच पणव विदापत्रात
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