Book Title: Panchkappabhasam
Author(s): Labhsagar
Publisher: Agamoddharak Granthmala
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________________ [6] 72 14 णरगादहठाणं पुणवि 76 77 77 णं णरगनरणादहठाणं पुणरवि य देवसण्णावी . सम्मति सुत्तरते महाजात एस पिता पाणमंबु सुक्का परिसुक्कं छिज्झति 78 अदुत देवसण्णत्ती सम्मुति सु तुरंते अहाजातं एसविता पाणसुहं सुक्खा परिसुक्खं जिज्झति अदुत अहिजऊ वातकम्म पच्चूसे लंबणणेहे - सोतूण तिच्छडा ण जम्हा गहण अजोग्गो जहा आहिजिऊ वातुकम्म पच्चूस लंबणणेहि सो तू ण तिच्छडा जम्हा उ गहण जोग्गो जदा जुत्ता सतासती जुत्तो परिकम्म संतासती अपारकम्म ___
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