Book Title: Panch Parmeshthi Mimansa
Author(s): Surekhashreeji
Publisher: Vichakshan Smruti Prakashan
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________________ (373) 28. श्री वर्धमानसूरिविरचित आचार दिनकर सन्दर्भ 29. श्री रत्नमंदिरगणिविरचित उपदेश तरंगिणी सन्दर्भ 30. श्री विजयवर्णी विरचित मंत्रसार समुच्चयापर नाम-ब्रह्मविद्याविधि ग्रन्थांतर्गतार्हदादिबीजस्वरूप सन्दर्भ 31. श्री रत्नचन्द्रगणिविरचित मातृकाप्रकरण सन्दर्भ 32. श्री हेमचन्द्राचार्यविरचित अर्हन्नामसहस्रसमुच्चय 33. महापहोपाध्याय श्री विनयविजयगणि विरचित श्री जिनसहस्रनामस्तोत्र 34. पं. आशाधर विरचित श्री जिनसहस्रनामस्तवन 35. याकिनीमहत्तरासूनु-भवविरहाङ्क-भगवत् श्री हरिभद्रसूरिकृत 'षोडशक प्रकरण' सन्दर्भ। 36. श्री जयतिलकसूरि विरचित श्री हरिविक्रम चरितान्तर्गत सन्दर्भ 37. श्री नवतत्त्वसंवेदनान्तर्गत सन्दर्भ 38. श्री सिद्धसेनदिवाकर विरचित शक्रस्तव 39. श्री पूज्यपाद विरचित सिद्धभक्त्यादि संग्रह 40. . श्री रत्नशेखरसूरि विरचित 'श्राद्धविधि' प्रकरणान्तर्गत सन्दर्भ 41. उपाध्याय यशोविजयजी कृत 'द्वात्रिंशद् द्वात्रिंशिका' सन्दर्भ 42. अज्ञात कर्तृक श्री पंचपरमेष्ठीस्तव 43. पंच नमस्कार कल्प निम्न सर्व जिन रलकोश पृ. 225 से उद्धृत 44. पंच नमस्कार चूर्णि 45. पंच पद 46. पंचपरमेष्ठी कल्प 47. पंच नमस्कार फल 48. पंच परमेष्ठी गुणरत्नमाला-रामविजय 49. पंच परमेष्ठी गुण स्तवन 50. पंच परमेष्ठी नमस्कार 51. पंच परमेष्ठी पद-अज्ञातकर्तृक व्याख्या देवरत्न 52. पंच परमेष्ठी पाठ 53. पंच परमेष्ठी पूजा-ज्ञानभूषण 54. पंच परमेष्ठी पूजा पद्धति 55. पंच परमेष्ठी प्रभाव 56. पंच परमेष्ठी मंत्र विचार 57. पंच परमेष्ठी महामंत्रचक्रवृत्ति

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