Book Title: Padmanandi Panchvinshati
Author(s): Balchandra Shastri
Publisher: Jain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur
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२८०
1
काम
11
२३.चाच
११
१५,141
पामतीर्थ
1
१२५
केकी
२.६,९९०
छनत्रय मालवा जान्य पात्र
विवाह दिव्यचति (पानी) बुभुमि दुबारित
.
मणेह
बाबबासी नात्यादिगई
सावित्रच
माईस्थ
देवपूजा बहना
बिनदेव प्रति
जिनपति
१०५,10 गुरु २,८१,२५,२५५,२५"
जिनवाणी गुरुमाथि
किसन
जिनाकृति प्रहलवा
बीवियदान
देस्वावधारी
जैली बार
महिधर्म
1,10,114144
.
"
पापवित्
11, 414,२:
11180...
सित दिवस मोच प्रामपति सकती चार्य चतुर्पचारमा बर्षियवान
वीर्य
| धर्मरसावन
तीर्थत्व पाग
धर्मानुशा
मागकर्म
नमस्
२५०
३१,३४,114,1 ,इण्डबजन
३.1८३ बझा २.१,५९ दर्षन
५
,119
चामर
.,42,111,114,1421

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