Book Title: Nayadhammakahao
Author(s): Jinshasan Aradhana Trust
Publisher: Jinshasan Aradhana Trust

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Page 221
________________ नायाधम्मक हाओ [XVIII.139 आसुरुत्ते चिलाय दासचेढं उच्चावयाहिं आउसणाहिं आउसइ उद्धंसह निब्भिछेइ निच्छोडेइ तब्बेइ उच्चावयाहिं तालणाहिं वालेइ साओ गिहाओ निच्छुभइ । (140) तए णं से चिलाए दासचेडे साओ गिहाओ निच्छूढे समाणे रायगिहे नयरे सिंघाडग जाव पहेसु देवकुलेसु य सभासु य पवासु य जूयखलएसु य वेसाघरएसु य पाणघरएसु य सुहंसुहेणं परिवइ । तए णं से चिलाए दासचेडे अंणोहट्टिए अणिवारिए सच्छंदमई सइरप्पयारी मज्जप्पसंगी चोज्र्जप्पसंगी जूयप्पसंगी वेसप्पसंगी परदारप्पसंगी जाए यावि होत्था । तए णं रायगिहस्स नयरस अदूरसामंते दाहिणपुरत्थिमे दिसीभाए सीहगुहा नामं चोरपल्ली होत्था विसमागरिकडगकोलंबसन्निविट्ठा वंसी कलंकपागारपरिक्खित्ता छिन्नसेलविसमप्पवयफरिहोवगूढा एगदुवारा अणेगखंडी विदितजण निग्गमप्पवेसा अन्भितरपाणिया सुदुल्लभजलपरंता सुबहुस्सवि कूवियबर्लस्स आगयस्स दुप्पहंसा यावि होत्था । तत्थ णं सीहगुहाए चोरपल्लीए विजए नामं चोरसेणावई परिवसइ अहम्मिए जाव अहम्म ऊ समुट्ठिए बहुनगरनिग्गयजसे सूरे २ दढप्पहारी साहसिए सहवेही । से णं तत्थ सीहगुहाए चोरपल्लीए पंचन्हं चोरसयाणं आहेवचं जाव विहरइ । तए णं से विजए तक्करे सेणवई बहूणं चोराण य पारदारियाण गठियाण संधिच्छेयगाण य खत्तखणगाण य रायावगारीण 208 य अणधारगाण य बालघायगाण य वीसंभघायगाण य जूयकाराण य खंडरक्खाण य अन्नेसिं च बहूणं छिन्नभिन्नबाहिराहयाणं कुंडगे यावि होत्था । तए णं से विजए चोरसेणावई रायगिहस्स दाहिणपुरत्थिमं जणवयं बहूहिं गामघाएहि य नगरघाएहि य गोगहणेहि य बंदिग्ग्रहणेहि य पंथकुट्टणेहि यखत्तखणणेहि य उवीलेमाणे २ विद्धंसेमाणे २ नित्यणं निद्धणं करेमाणे विहरइ । तए णं से चिलाए दासचेडए रायगिहे बहूहिं अत्याभिसंकीहि य चोज्जाभिसंकीहि य दाराभिसंकीहि य धणएहि य जूयकरेहि य परभवमाणे २ रायगिहाओ नगराओ

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