Book Title: Navyuga Nirmata
Author(s): Vijayvallabhsuri
Publisher: Atmanand Jain Sabha

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Page 461
________________ ४२८ नवयुग निर्माता अहमदाबाद सूरत राधनपुर पड़ी १६४१ १६४२ १६४४ १६४८ १६४५ १६४६ १६५३ पालनपुर अमृतसर गुजरांवाला ४ श्री सम्यक्त्वशल्योद्धार अहमदाबाद १६४१ ५ श्री जैनमत वृक्ष सूरत १६४२ ६ श्री चतुर्थस्तुति निर्णय प्रथमभाग राधनपुर १६४४ ७ श्री चतुर्थस्तुतिनिर्णय द्वितीयभाग पट्टी १६४८ ८ श्री जैनधर्म विषयक प्रश्नोत्तर पालनपुर १९४५ है श्री चिकागो प्रश्नोत्तर अमृतसर १६४६ १० श्री तत्त्वनिर्णयप्रसाद जीरा १६५१ ११ श्री ईसाईमत समीक्षा १२ श्री जैनधर्म का स्वरूप पूजायें-स्तवन १३ श्री आत्मबावनी बिनौली १६२७ १४ श्री स्तवनावली अम्बाला १६३० १५ श्री सत्तरा भेदी पूजा अम्बाला १६३६ १६ श्री वीसस्थानक पूजा बीकानेर १७ श्री अष्टप्रकारी पूजा पालीताना १६४३ १८ श्री नवपद पूजा पट्टी १६४८ १६ श्री स्नात्र पूजा जंडियालागुरु १९५० सब के सब ग्रन्थ पढ़ने व मनन करने योग्य हैंअंधकार है वहां, जहां आदित्य नहीं है। अंधकार है वहां, जहां साहित्य नहीं है ॥ बिनौली १६२७ १६३० अम्बाला १६३६ १६४० अम्बाला बीकानेर पालीताना पट्टी जंडियालागुरु १६४० १६४३ १६४८ १६५० श्री दादा गुरुदेव के चौमासे कहाँ और कब हुए स्थानकवासी पणे में किये हुए चौमासे के नाम संवेगीपणे में किये हुए चौमासे के नाम वि० संवत् ईस्वी सन् वि० संवत् ईस्वी सन १ राणीया (सरसा) १६११ १८५४ १ अहमदाबाद १६३२ १८७५ २ सरगथल १६१२ १८५५ २ भावनगर १६३३ १८७६ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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