Book Title: Navkar ke Chamatkar Diwakar Chitrakatha 003
Author(s): Vishalmuni, Shreechand Surana
Publisher: Diwakar Prakashan

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Page 30
________________ णमोकार मंत्र के चमत्कार गुलाब चन्द भाई डॉक्टर से बोले कपूर साहब, आप जरा) मेरे साथ बाहर आइये। डाक्टर साहब मैंने दो दिन से पानी भी नहीं पिया है। कृपया किसी तरह मुझे पानी पिलवा दें। मुझसे अब प्यासा नहीं रहा माता। आप किसी तरह आज की रात निकाल लें, कल मैं नली से आपके पेट में पानी पहुंचा दूंगा। ETAREETE : AN मरीज की बीमारी इस हद तक बढ़ चुकी है कि यह एक-दो दिन का ही मेहमान है। शान्ति से इनके प्राण निकल सकें, इसके लिए कुछ नशे के इंजेक्शन दे दीजिये। डॉ. कपूर वापिस कमरे में आकर बोले HURREER गुलाब चन्द भाई आइये वापस घर चलें। हम कोशिश करते हैं, किन्तु कुछ भी कह नहीं सकते ईश्वर की जैसी इच्छा? 4 :17. MALS Jain Education International For Private & Sersonal Use Only www.jainelibrary.org

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