Book Title: Navkar ke Chamatkar Diwakar Chitrakatha 003
Author(s): Vishalmuni, Shreechand Surana
Publisher: Diwakar Prakashan

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Page 29
________________ णमोकार मंत्र के चमत्कार कुछ ही दिनों में गुलाबचन्द भाई की दशा और खराब हो गई। गले में अन्दर ही अन्दर बहुत सूजन आ गई। खाने और निगलने में परेशानी होने लगी। दवाई भी असर न दिखा सकी। हे भगवान ! यह तूने किस पाप की सजा दी है, ये न कुछ खा पा रहे हैं न पानी ठीक से पीया जा रहा है। ZOOD गुलाब चन्द भाई के फैमिली डाक्टर कपूर उनकी बिगड़ती दशा को देखकर इलाज के लिए बम्बई। ले गये। वहाँ टाटा मैमोरियल अस्पताल में कैंसर विशेषज्ञ डॉ. मोदी को दिखाया। डॉ. मोदी ने उनकी सभी जाँच पड़ताल की। HBYगुलाबचन्द भाई, आपको गले और जीभ का कैंसर है।आपकी) FAR N बीमारी आखिरी स्टेज पर है। स्थिति इतनी बिगड़ चुकी है कि जाँच के लिए अन्दर से टुकड़ा लेकर भी बायप्सी भी नहीं/ HEN की जा सकती है। इलाज के लिए तो सोचना भी व्यर्थ है। anternational Personal use only wwwijainelibrary.org

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