Book Title: Moksha Shastra arthat Tattvartha Sutra
Author(s): Ram Manekchand Doshi, Parmeshthidas Jain
Publisher: Digambar Jain Swadhyay Mandir Trust

View full book text
Previous | Next

Page 5
________________ समर्पण अध्यात्ममूर्ति पूज्य श्री कानजी स्वामी को +PUT जिन्होंने म पामर पर पार उपार किया है, जो स्वयं मोजमार्गमें विपर है और अपनी दिव्य गुनधारा सारा भरतभूमि के जीवों को सतत ₹ मोजमार्ग दी रहे हैं जिनकी पवित्र याणी गे मोजमार्ग के मूलरूप कल्याणमृति सम्यग्दर्शन का माहात्म्य निरतर चरम रहा है, और जिनकी परम रा द्वारा यह प्रन्य तैयार हुआ हे ऐसे कल्याणमूर्ति सम्यरदर्शनका स्वरूप समझाने वाले परमोपकारी गुरदेवश्री को यह अन्य अत्यन्त भक्ति भाव पूर्वक समर्पण करना -दासानुदास 'रामजी'

Loading...

Page Navigation
1 ... 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 ... 893