Book Title: Manonushasanam
Author(s): Tulsi Acharya
Publisher: Adarsh Sahitya Sangh

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Page 219
________________ मर्मस्थान योग विद्या में जिनकी सज्ञा चक्र है, प्रेक्षाध्यान मे जिनकी सज्ञा चैतन्य केन्द्र है, आधुनिक शरीरशास्त्र में जिनकी सज्ञा अत स्रावी ग्रन्थि है, वे सव मर्मस्थान है। उनमे चेतना सघन रूप मे रहती है। चैतन्य-केन्द्र 9. २. 3. 20 ४ ५. ६. ७. चक्र सहस्रार चक्र | आज्ञा चक्र विशुद्धि चक्र ४ | अनाहत चक्र ग्रन्थि-तंत्र स्थान ज्ञान केन्द्र, कोर्टेक्स | सिर के ऊपर ज्योति केन्द्र पिनिअल ग्लैण्ड का भाग (चोटी दर्शन केन्द्र विशुद्धि केन्द्र थाइराइड, पेराथाइराइड ग्लैण्ड आनन्द केन्द्र थाइमस ग्लैण्ड मणिपुर चक्र तेजस केन्द्र स्वाधिष्ठान चक्र स्वास्थ्य केन्द्र मूलाधार चक्र शक्ति केन्द्र का स्थान ) व मस्तिष्क का मध्य भाग पिच्यूटरी ग्लैण्ड भृकुटियो के | मध्य का भाग कण्ठ के मध्य का भाग हृदय के पास गड्ढे का स्थान एड्रेनल ग्लैण्ड नाभि का स्थान गोनाड्स ग्लैण्ड पेडू का स्थान गोनाड्स ग्लैण्ड पृष्ठ-रज्जु के नीचे का छोर मनोनुशासनम् / १६७

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