Book Title: Mahaviracharya krut Ganitasar Sangraha
Author(s): Alexzander Volodraski
Publisher: Z_Deshbhushanji_Maharaj_Abhinandan_Granth_012045.pdf

View full book text
Previous | Next

Page 17
________________ 1=3(a- th), और क्षेत्रफल, इस सूत्र के लिए निम्नलिखित उदाहरण दिया गया है : 'सीप के दीर्घव्यास का माप है 18 हस्त और सीप के मंह की चौड़ाई है 4 हस्त। उसका परिमाप और क्षेत्रफल बताओ।" [9, VII, 24] यदि TRV10 हो तो सही सूत्र इस प्रकार होगा, ___= ( 4-1 ) 0 SE | 4/62 4) V 10 [9, VII, 65 निम्न और उन्नत वृत्त की सतह (जैसे कि यज्ञ-कुण्ड और कछुए की पीठ की सतह होती है) का क्षेत्रफल निकालने का सूत्र है :-"परिधि के एक चौथाई को यदि व्यास से गुणा किया जाये तो निम्न और उन्नत वृत्त की सतह का क्षेत्रफल ज्ञात होता है।" [9,VII,25] चित्र:5 यह सत्र आयत या चपटे गोलार्ध के लिए है क्योंकि सामान्य गोलार्ध का क्षेत्रफल होगा चित्र: 6 जैन प्राच्य विद्याएँ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28