Book Title: Mahavira Prabandh Kavyo ka Adhyayana
Author(s): Divyagunashreeji
Publisher: Vichakshan Prakashan Trust

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Page 276
________________ २६१ हिन्दी के महावीर प्रबन्ध काव्यों का आलोचनात्मक अध्ययन ब्यावर (राज.)१९८०, प्रथमावृत्ति. आचारांगचूर्णि, जिनदास गणिवर्य रतलाम : ऋषभदेव केशरीमल आवश्यक चूर्णि भा.-१ ऋषभदेव केशरीमल श्वे. संघ, रतलाम (म.प्र.), १९२८ उत्तरपुराण श्री गुणभद्राचार्य अनु. सं. हीरालाल जैन काशी : भारतीय ज्ञानपीठ, १९४४, प्रथमावृत्ति. उत्तराध्ययनसूत्र अनु. पं. श्री घेवरचंदजी बांठिया “वीरपुत्र" अखिल भारतीय साधुमार्गी, जैन संस्कृति-रक्षक संघ, सैलाना (म.प्र.)१९७४ प्रथमावृत्ति उत्तराध्ययन चूर्णि रतलाम : ऋषभदेव केशरीमल संस्था, १९३३. उपासकदशांग प्र.सं. श्री युवाचार्य मधुकर मुनि अनु. डॉ. छगनलाल शास्त्री श्री आगम प्रकाशन समिति ब्यावर (राज.)१९८०, प्रथमावृत्ति ऋग्वेद सं. विश्विबन्धुना विश्वेश्वरानन्द : वैदिक शोध संस्थान, १९६४, प्रथमावृत्ति कल्पसूत्र टीका: समयसुन्दरगणि बम्बई, १९३९ कल्पसूत्र अनु. खरतरगच्छीय उपाध्यायश्री Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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