Book Title: Mahavira Prabandh Kavyo ka Adhyayana
Author(s): Divyagunashreeji
Publisher: Vichakshan Prakashan Trust

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Page 289
________________ २७४ हिन्दी के महावीर प्रबन्ध काव्यों का आलोचनात्मक अध्ययन ५९. (१) डॉ. शेखरचन्द्र जैन जैन धर्म सिद्धान्त और आराधना, समन्वय प्रकाशन, ६, उमियादेवी सोसायटी नं.२ अमराईवाडी, अहमदाबाद-३८० ०२६. ६०. (२) राष्ट्रीय कवि दिनकर और उनकी काव्यकला प्रकाशन वर्ष १९७२, जयपुर पुस्तक भवन, जयपुर. सत्यकेतु विद्यालंकार भारत का प्राचीन इतिहास, १९६० द्वितीय संस्करण सरस्वती सदन, मसूरी. सं. समदर्शी अनु. सरोज शाह भगवान महावीर, हिन्दी संस्करण, प्रथम प्रवेश १९६७. पूज्य आत्माराम जैन प्रकाशन समिति, लुधियाना. सं. डॉ. सागरमल जैन श्रमण १९८४, अं. ६ पृ.३.१५, २०, २४, २७, २९. सं. सिरेमल सेठिया- स्मारिका श्री वर्धमान युवक मण्डल, बिरलाग्राम, नागदा (म.प्र.) पं. सुखलालजी संघवी जैन धर्म का प्राण, १९६५, प्रथमावृत्ति, सस्ता साहित्य मंडल, नई दिल्ली. पं. सुखलालजी संघवी भारतीय तत्व विद्या, १९६०. ज्ञानोदय ट्रस्ट, अनेकान्त विहार, अहमदाबाद-९. ६७. पं. सुखलालजी दर्शन और चिंतन, भा.१. १९५७. सन्मति समिति, गुजरात विधानसभा, भद्र, अहमदाबाद-१. ६८. सुरेशमुनि सन्मति महावीर, सन्मति ज्ञानपीठ, आगरा ६६ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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