Book Title: Mahavira Prabandh Kavyo ka Adhyayana
Author(s): Divyagunashreeji
Publisher: Vichakshan Prakashan Trust

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Page 288
________________ हिन्दी के महावीर प्रबन्ध काव्यों का आलोचनात्मक अध्ययन ५०. ५१. ५२. ५३. ५४. ५५. ५६. ५७.. ५८. उदयाचल आर्यकुमार रोड, पटना-४. पं. रामबहोरी शुक्ल काव्यप्रदीप, १८७६, नवीन संस्करण हिन्दी भवन, इलाहाबाद - २११००२. आचार्य विजयेन्द्रसूरि तीर्थंकर महावीर भा. १, १९६०, प्रथमावृत्ति काशीनाथ सराक, यशोधर्म मंदिर, १६६, मार्जवान रोड, अंधेरी, बम्बई - ५८. आचार्य विजयधर्मसूरिजी म. श्रमण भगवान महावीर, हिन्दी प्रथमावृत्ति, सं. २०३१. श्री मुक्तिकमल जैन मोहन ग्रंथमाला, बड़ौदा. आचार्य श्री विजयधर्मसूरिजी म. सा. सं. श्री यशोविजयजी, सं. २०४२, चतुर्थावृत्ति श्री मुक्तिकमल जैन मोहन ग्रंथमाला, रावपुरा, कोठी पोल, नंदकुंज, बड़ौदा. वीरेन्द्रकुमार जैन २७३ अनुत्तर योगी : तीर्थंकर महावीर, भा. १, १९६४, प्रथमावृत्ति श्री वीर निर्वाण ग्रंथ प्रकाशन समिति, इन्दौर (म. प्र. ) श्री वीरेन्द्रकुमार सकलेचा एवं रामधन शर्मा श्री अमर भारती, १९६६, अंक ४, पृ. ५, || श्री सोनाराम जैन मन्त्री, सन्मति ज्ञानपीठ, आगरा - २. श्री वीरेन्द्रकुमार एवं चन्द्रसुराना "सरस" श्री अमरभारती, १९६८, अंक ३, पृ.१०३, १०, प्रकाशक - वही. शांतिलाल शाह महावीर दर्शन, सं. २०२३ द्वितीयवृत्ति मेघराज जैन पुस्तक भंडार, गोडीचाल, झीका स्ट्रीट, बोम्बे - २. डॉ. शिखरचन्द जैन- जैन धर्म और दर्शन बाहुबली पब्लिकेशन्स, २१/८, शक्तिनगर, दिल्ली Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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