Book Title: Mahavira Jayanti Smarika 1978
Author(s): Bhanvarlal Polyaka
Publisher: Rajasthan Jain Sabha Jaipur
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10. नेमिचन्द्र शास्त्री, हरिभद्र की प्राकृत कथाओं का पालोचनात्मक परिशीलना 11. हीरालाल जैन, मदणपराजयचरिउ 12. देवेन्द्रमुनि, भगवान् महावीर : एक अनुशीलन, पृ० 98-105 13. द्रष्टव्य-सुत्तनिपात समियसुत्त 14. सूत्रकृतांगकृति 1/12 15.. मुनि हेमचन्द्र, प्रश्नव्याकरणसूत्र, द्वितीय अध्ययन । 16. जैकाबी, पउमचरियं, प्रथन भाग । 17. संकटाप्रसाद उपाध्याय, कवि स्वयम्भु ।
देवेन्द्र कुमार जैन, अपभ्रंश भाषा और साहि प, पृ० 282-9) 19. अग्रवाल, कादम्बरी-एक सांस्कृतिक अध्ययन
अग्रवाल, हर्षचरित-एक साँस्कृतिक अध्ययन पृ०197 घूर्ताख्यान- इण्ट्रोडक्शन । उपाध्ये, भ० ओ० रि० इ० जर्नल भाग 23, 1942 तथा द जैन एण्टीक्वेरी, भाग,
9 पृ 21 23. जा जयरामें पासि विरइय गाह पंबंधि ।
सा हम्मि धम्मपरिक्खा सा पद्धडिय बंधि ।। -ध० ५० (ह०) [01 24. हन्डिकि, यशस्तिलक एण्ड इंडियन कल्चर, पृ० 329-360 25. कैलाशचन्द्र शास्त्री, उपासकाध्ययन, भूमिका 26. 'वच्चह तुब्भे, करेह णियम-धम्म-कम्म किरया-कलावे ।' -कुव० 207-9 27. राईस. कन्तरीज लिटरेचर, पृ० 37
विन्टरनित्ज, हिस्ट्री आफ इडियन लिटरेचर, भाग 2, पृ० 561
2-150
महावीर जयन्ती स्मारिका 18
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