Book Title: Mahavir Jain Vidyalay Dellhli Ke Hastlikhit Grantho Ka Suchipatra Author(s): Mahavir Jain Pustakalay Publisher: Mahavir Jain Pustakalay View full book textPage 4
________________ ( ३ ) हस्तलिखित ग्रंथों का सूचीपत्र नाम पुस्तक मूलयाटीका निर्माणकर्ता विषय सम्वत् व्याख्या x जैनधर्म आचारागसत्रप्रथम श्रुतस्कंध अंग१ भाषाटीका , द्वि तीय , प्रथम १८४५ ले० केवलराम १८८६ , दयाचम्द १७५२ , ऋषराम x x x , द्वितीय , x १६७८ x x x १७८० १६४५ ले० ऋषिबला १६२४ , ऋराय कुंवर x सयगड़ाङ्गसत्र प्रथम , द्वितीय , प्रथम १० ठाणंग सत्र अंग ३ x , x + x जैन धर्म ,महिमासुखपति ले. कृष्णदास "तगुलालचन्द x X मूलपाठ भाषाटीका मूलपाठ भाषाटीका । संस्कृत भाषाटीका भाषा जिननंदीसरि विजय भाषाटीका 'मूलपाठ भाषाटीका मूलमाठ भाषाटीका १२ समवायंग सूत्र अंग ४ १३ समवायाङ्गबत्ति का अंग ४ १४ भगवती सूत्र ( विवाह प्रज्ञप्ति ) , की टीप अंग ५ , अंग ५ ज्ञाता धर्मकथाङ्ग सत्र अंग ६ यहबहुत फटगया है x xxx xxx xxx xxx x उपासक दशांग सत्र अंग ७ १७८७ ले० हरिदुर्ग | उपासक दशांग सुत्र अङ्ग ७ मूलपाठ भाषाटीका १७०९ ले० सर्वसुख मूलपाठPage Navigation
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