Book Title: Mahavir Jain Vidyalay Dellhli Ke Hastlikhit Grantho Ka Suchipatra
Author(s): Mahavir Jain Pustakalay
Publisher: Mahavir Jain Pustakalay

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Page 2
________________ दो शब्द गुजरात विद्यापीठ के आचार्य श्री दत्रात्रेय बालकृष्ण का कालेलकर के आदेशानुसार इस पुस्तकालय के हस्त लिखित ग्रन्थों का सूचीपत्र प्रकाशित किया जाता है । इस सूचीपत्र के प्रकाशन का उद्देश्य यह भी है कि जो सज्जन तथा संस्थायें इस संग्रह से अनभिज्ञ हैं वह इस से लाभ उठावें और साथ ही उनसे यह भी निवेदन है कि जह इस प्रकार का संग्रह हो वह हमें सूचित करने की कृपा करें । इसके अतिरिक्त इस पुस्तकालय में हिन्दी, उर्दू अंग्रेजी तथा अन्य भाषाओं के साहित्य का भी अच्छा संग्रह है और पुस्तकालय के साथ २ वाचनालय भी है जिसमें दैनिक, साप्ताहिक तथा मासिक पत्र पत्रिकायें ती हैं। इस पुस्तकालय से प्रत्येक स्त्री व पुरुष किसी भी जाति व धर्म का हो लाभ उठा सकता है । ला० गोकलचन्दजी जौहरी सभापति भवदीय हुकमचन्द्र बी० ए० मंत्री १ दिसम्बर ३१

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