Book Title: Mahavaggatthakatha
Author(s): Vipassana Research Institute Igatpuri
Publisher: Vipassana Research Institute Igatpuri
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[ल-ल]
सद्दानुक्कमणिका
[४३]
रत्तकम्बलो-३०८
रूपकायो-३११ रत्तचित्तो-२५
रूपज्झानं- ९२ रत्तञ्जू-१०४
रूपतण्हाति-७९ रत्तिन्दिवं-१०६
रूपन्ति-४७, ८१, ३१९, ३३५ रत्तुप्पलं -३२
रूपपरिग्गहो-२८१ रमणीयतरन्ति-६४
रूपसञानन्तिआदीनं- ९१ रसग्गसग्गीति-३६
रूपसञी-९२,१३५ रसायनविधि-१४२
रूपसमुदयोति-४७ रस्मिगब्भन्तरं-२४८
रूपसम्फस्सगन्धसम्पत्तियुत्ताय-१९६ रस्मिवेमत्तं -१६
रूपादितण्हा-८० रागक्खयो-३५१
रूपायतनं-३६१ रागचरिता-५४, २४६
रूपारम्मणं-१२९,२४६, ३३७ रागदोसमोहक्खया-१४६
रूपावचरचतुत्थज्झानं-९३ रागदोसमोहखीलं-२४५
रूपावचरचित्तेन-२४७ रागदोसमोहमानदिट्ठिकिलेसतण्हासङ्खातं-३२
रूपावचरज्झानानि - ९२ रागदोसमोहरजं-५२
रूपियमया-१८६ रागरत्ता-५१
रूपुपादानक्खन्धो-३५० राजककुधभण्डानिपि-२७
रेणु-७०, २२९, २३० राजकत्तारोति-२२८
रेवतो-४ राजगह-४३, १२८,१८०, १८४, २२०, ३५७ रोगदुक्खेन-४१ राजचदानं-३६३ .
रोगो-१४७, २९६, ३३९ राजधम्म-१५९
रोदुकं-२२८ राजापराधिका-२७२,२७३
रोहिणिं-२३८ राजिद्धिया-९५ रामगाम-१८३ राहु-१४,६९ राहुअसुरिन्दं-२५३
लक्खणपटिवेधतो-३५२ राहुलत्थेरो-२९५
लङ्कादीपे-१८१ राहुलभद्दे-१४
लटुकिकजातकं-२४० राहुलमाताति-१४
लाखारसपरिकम्मसज्जितं-२१७ रुक्खदेवता-१४६
लाभमच्छरियेन-२७९ रुक्खमूलगतो-३१७
लाभसम्पत्तिं-३५७ रुक्खमूलंयेव-११३
लाभो-२२१ रुधिरकायं -३१२
लाभोति -८०, २२०, २२३ रूपकम्मट्ठानं-२८१, २८२, २८३, २८४, ३२७, ३२८ | लामकजातिको-३४३ रूपकसिणलाभिं-८५
लामकं-१४६,२३५,२६८
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